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सुपोषण अभियान के तहत एनीमिक महिलाओं और बच्चों को कराया गया गर्म भोजन

कोंडागांव के बयानार गांव में 2 अक्टूबर 2019 से शुरू किए गए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के द्वितीय चरण के अंतर्गत कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों को गर्म और पौष्टिक भोजन खिलाया.

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Published : Mar 8, 2020, 4:42 PM IST

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों को खिलाया गर्म भोजन
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों को खिलाया गर्म भोजन

कोंडागांव:2 अक्टूबर 2019 से प्रारंभ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के द्वितीय चरण के अंतर्गत कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने बयानार गांव में छह महीने से तीन साल तक के बच्चों और 15 से 49 साल की एनीमिक महिलाओं को पौष्टिक गर्म भोजन कराया.

सुपोषण अभियान के तहत एनीमिक महिलाओं और बच्चों को कराया गया गर्म भोजन

बता दें कि बयानार गांव में छह महीने से 3 साल तक के बच्चों में 50 कुपोषित बच्चे पाये गए थे, जिसमें 13 बच्चों की स्थिति गंभीर थी. वहीं 15 से 49 उम्र तक की महिलाओं में से 200 महिलाओं के अंदर खून की मात्रा 11 ग्राम से भी कम पाई गयी थी, जिसमें 13 महिलाएं गर्भवती थी. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुपोषण अभियान की शुरुआत की.

स्कूली बच्चों और ग्रामीणों से बात कर कलेक्टर ने सुनी समस्याएं

अभियान के अंतर्गत बयानार गांव के दो स्थान कोटपारा और स्कूलपारा में उक्त महिलाओं और बच्चों के लिए प्रतिदिन गर्म भोजन की व्यवस्था की गई है. इस दौरान 3 सौ से अधिक लोगों को गर्म भोजन कराया गया. वहीं कलेक्टर ने ग्रामीणों के साथ भोजन किया और स्कूली बच्चों और ग्रामीणों से बात कर उनकी समस्याएं सुनी. वहीं इस आयोजन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था. इस मौके पर कलेक्टर ने ग्रामीणों को बाल विवाह से बचने, दो बच्चों में अंतर रखने के साथ उन्हें स्कूल भेजने और नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया.

लंबी आयु तक जीवित रहते थे पूर्वज

कलेक्टर ने अपने आस-पास स्वच्छता, मच्छरदानी लगाने, शौचालय के इस्तेमाल का संदेश देते हुए कहा कि हमारे पूर्वज लंबी आयु तक जीवित रहते थे, क्योंकि वह पौष्टिक भोजन और नियमित समय पर पानी पीते थे. कलेक्टर ने पूर्वजों के तरह ही ग्रामीणों को भी नियमित रुप से शरीर में जल की मात्रा बनाये रखने और पौष्टिक आहार पर ध्यान देने की बात कहीं है. वहीं कलेक्टर ने ग्रीष्म ऋतु में विशेषतः दिन में बाहर जाने पर सिर ढकने, पानी पीने, भरपेट भोजन और अत्यधिक समय तक धूप में न रहने की भी सलाह दी है.

शासकीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया

कलेक्टर ने आगे बताया कि 'गांवो में के हर 50 घरों में एक मितानिन की नियुक्ति की गई है, जो कि ग्रामीणों को सुपोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करेगी. साथ ही ग्रामीणों को कुपोषण से मुक्त करने में सहयोग भी करेंगी. वहीं कलेक्टर ने ग्रामीणों का ग्रुप बनाकर उन्हें अतिरिक्त आय के लिए परम्परागत मुर्गी पालन, सुकर पालन इत्यादि के लिए चल रहे शासकीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया.

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