Chhattisgarh Election 2023: कोंडागांव से कांग्रेस किसे देगी टिकट, सिटिंग एमएलए को झेलनी पड़ रही नाराजगी - Congress Workers Against Mohan Markam
Chhattisgarh Election 2023 कोंडागांव विधानसभा से इस बार वर्तमान विधायक का टिकट पार्टी काट सकती है. वर्तमान विधायक के खिलाफ उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ता आलाकमान के पास शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. जिसके बाद पार्टी के बड़े नेताओं ने भी सर्वे कराने की बात कही. Kondagaon News
कोंडागांव:हाल ही में पीसीसी चीफ से मंत्री बने मोहन मरकाम का टिकट इस बार कट सकता है. कोंडागांव के कांग्रेस कार्यकर्ता ही उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं. पार्टी आलाकमान से मोहन मरकाम के बदले किसी और आदिवासी कांग्रेस नेता को टिकट देने की मांग कर रहे हैं.
कोंडागांव में मरकाम के खिलाफ विरोध के सुर: सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता आए दिन रायपुर पहुंचकर विधानसभा चुनाव में मोहन मरकाम को टिकट न देकर किसी दूसरे नए चेहरे को टिकट देने की डिमांड कर रहे हैं. पीसीसी संयुक्त महासचिव मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोंडागांव के कई कांग्रेस कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और पीसीसी चीफ से मिलने पहुंचे थे. वहां सभी ने एक सुर में मोहन मरकाम का विरोध जताया.
मरकाम नहीं तो फिर किसे मिलना चाहिए टिकट:कांग्रेसियों ने मोहन मरकाम का विरोध करते हुए किसी नए चेहरे को कोंडागांव से टिकट देने का आग्रह किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे कैलाश पोयाम, और वर्तमान में सरपंच हेमलाल वट्टी, सरपंच दशरथ नेताम का नाम आगे किया. कार्यकर्ताओं की नाराजगी देखते हुए आलाकमान ने भी सर्वे कर रिजल्ट के आधार पर कैंडिडेट को टिकट देने का आश्वासन दिया है.
बीते तीन-चार सालों से जब से मोहन मरकाम पीसीसी चीफ रहे हैं, उन्होंने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया है. वह कभी किसी से सीधे मुंह बात नहीं करते थे ना ही जरूरत पड़ने पर कभी किसी का फोन उठाते थे. वह लगातार क्षेत्र के कार्यकर्ताओं व जनता को नेगलेक्ट करते रहे हैं. -मनीष श्रीवास्तव, पीसीसी संयुक्त महासचिव
भाजपा ने किया हराने का दावा:मोहन मरकाम का कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध को भाजपा ने पार्टी का अंदरूनी मामला बताया. भाजपा जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा ने बताया कि कांग्रेस कोंडागांव से किसी को भी टिकट दे दें. उसकी हार निश्चित है.
मोहन मरकाम भले ही पिछले दो बार विधायक रहे हैं. लेकिन दोनों बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें जबरदस्त टक्कर दी है. जीत-हार में वोटों के अंतर का प्रतिशत बहुत कम रहा है. क्षेत्र की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को हमेशा आशीर्वाद दिया है. पिछले बार हुए विधानसभा चुनाव में भी कोंडागांव से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार लता उसेंडी बहुत कम वोटों से हारी थी. वह भी इसलिए की कांग्रेस ने जनता से झूठे वादे किए और मोहन मरकाम ने अपना स्वयं का व्यक्तिगत एक घोषणा पत्र जारी किया था जिससे जनता भ्रमित हुई थी और उन्हें वोट दिया. इस बार यदि मोहन मरकाम को टिकट मिलता है तो जनता उन्हें जरूर सबक सिखाएगी. -दीपेश अरोरा, जिला अध्यक्ष, भाजपा
सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस आलाकमान पहले ही ये साफ कर चुका हैं कि इस बार काम करने वाले और जिताऊ नेता को ही पार्टी का टिकट दिया जाएगा. पार्टी के बड़े नेता और प्रभारी बार बार ये कह रहे हैं कि फील्ड से मिले रिजल्ट के आधार पर ही किसी भी दावेदार को टिकट दिया जाएगा. ऐसे में मोहन मरकाम के खिलाफ उन्हीं के क्षेत्र से कांग्रेसियों की नाराजगी उन पर भारी पड़ सकती है.