कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ बुधवार को भारतीय जानता पार्टी ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. बीजेपी की मांग है कि वन अधिकार पत्र का पंजीयन कर उसपर धान खरीदी की जाए. बीजेपी इस मांग को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी का आरोप है कि पहले सरकार द्वारा दिए गए वन अधिकार पत्र से भी धान की खरीदी की जाती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसबार इसे काट है.
बीजेपी धान की खरीदी प्रति एकड़ कम से कम 20 क्विंटल करने की मांग की है. बीजेपी का कहना है कि प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी होने से किसान अपनी उपज को पूरा बेच सकेंगे. अभी किसान अपनी आधी उपज ही समर्थन मूल्य पर बेच पाते हैं. इन सबके अलावा बीजेपी ने छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि धान की फसल पक चुकी है और बेमौसम बारिश में खराब हो रही है. इसे ध्यान में रखते हुए भाजपा सरकार की तरह इस बार धान की खरीदी 1 नवम्बर से शुरू की जाए, जिससे किसान समय पर धान को बेच सकें.
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धान खरीदी 2019 को किया याद
बीजेपी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, पिछले सत्र में देखा गया था कि अंतिम समय तक धान की खरीदी को लेकर अनिश्चितता की स्थिति थी. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा था. फिर से किसानों को वहीं न भुगतना पड़े इसलिए यह जरूरी है कि पूर्व सरकार की तरह ही धान की खरीदी समय रहते शुरू कर दी जाए.
बीजेपी ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से ही धान की खरीदी करना उचित होगा. इसके अलावा पिछले वर्ष की धान का बकाया राशि को एक किस्त में भुगतान धान खरीदी शुरू होने से पहले सभी किसानों के खातों में देना चाहिए.
बडे़ और स्थानीय नेता हुए शामिल
धरना प्रदर्शन में पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, प्रदेश मंत्री किसान मोर्चा चंदन साहू, जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा, मंडल अध्यक्ष दीपेन्द्र नाग, पूर्व जनपद अध्यक्ष संजू पोयाम, बालसिंह बघेल, मनोज साहू, ललित, जितेंद्र सुराना, पोयाम, लछमी पोयाम, सुमित्रा नेताम, रूपचंद शोरी, भानु ठाकुर, कृष्णा पोयाम, सुदर बघेल, जनपत सदस्य मेसलाल पोयाम, कृष्ण आधार, प्रताप पोयाम, लखीराम, रोसन सेन, समेश सहित सैकड़ों भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.