कांकेर:छत्तीसगढ़ी व्यंजन बेच कर जिले की महिलाएं मुनाफा कमा रहीं हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने सस्ते दर पर छत्तीसगढ़ी व्यंजन उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में गढ़कलेवा की शुरुआत है. कांकेर में स्व सहायता समूह की महिलाएं गढ़कलेवा का संचालन करती हैं. कोरोना काल के दौरान 15 अगस्त से गढ़कलेवा की शुरुआत हुई थी. बावजूद इसके महिलाएं अच्छी आमदनी कमा रही हैं.
गढ़कलेवा संचालित कर रही मनीता ध्रुव कहती हैं कि समिति की 9 महिलाओं द्वारा गढ़ कलेवा का संचालन किया जा रहा है, सभी महिलाऐं स्व-सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं. शुरूआती महीने में गढ़कलेवा में प्रतिदिन 7 से 10 हजार रुपये तक का विक्रय किया जाता था. कोरोना की वजह से वर्तमान में प्रतिदिन 3 से 5 हजार रुपये तक की बिक्री की जा रही है. उन्होंने बताया कि 15 अगस्त से अब तक 3 लाख रुपये से अधिक के छत्तीसगढ़ी व्यंजन का विक्रय गढ़ कलेवा के माध्यम से किया जा चुका है.
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