कांकेर : नक्सली यूं तो आदिवासियों का हितैषी होने के दावा करते हैं, लेकिन जिले में नक्सलियों ने ऐसी वारदात को अंजाम दिया है, जिससे नक्सलियों का क्रूर चेहरा सबके सामने आ गया है और साबित हो गया है कि नक्सलियों का मानवता से कोई लेना-देना नहीं है.
दरअसल, बांदे थाने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उलिया गांव में शनिवार रात 6 वर्दीधारी नक्सली हथियारों से लैस होकर ग्रामीण रंजीत तिम्मा के घर पहुंचे. रंजीत जैसे ही घर के बाहर आया नक्सलियों ने उसके हाथ बांध दिए और उसे जंगल की तरफ ले जाने लगे.
नक्सलियों द्वारा पति को ले जाते देख रंजीत की पत्नी भी बाहर आई और हथियारबंद नक्सलियों के पैरों में गिरकर उसे रिहा करने की गुहार लगाते हुए गिड़गिड़ाने लगी, लेकिन नक्सलियों ने उसकी एक न सुनी और उसे जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए. डरी-सहमी महिला घर के अंदर पहुंची थी कि उसे गोली चलने की आवाज आई और जब वो बाहर पहुंची तो वहां उसके पति की लाश पड़ी हुई थी, जिसे नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी.
वारदात के बाद नक्सलियों ने मृतक के पास एक पर्ची भी छोड़ी थी, जिसमें नक्सलियों ने रंजीत पर BSF के कैंप में जाने और पुलिस से मित्रता रखने के आरोप में हत्या की बात लिखी है. मृतक की बहन ने बताया कि 2 महिला और 4 पुरुष वर्दीधारी नक्सली घर से रंजीत को लेकर निकले थे, जिसके बाद धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी गई.