कांकेर: कांकेर जिला मुख्यालय से सटे सिंगारभाठ में ग्रामीण एक क्रेशर प्लांट के लिए इलाके में पत्थर तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं. सैकड़ों ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर पत्थर तोड़ने के लिए लगाई गई चैन माउंटेन मशीन समेत उसके चालक को वहां से खदेड़ दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके देवी-देवताओं के स्थल में प्रशासन ने पत्थर खदान की सहमति दी है.
ग्रामीणों का कहना है कि 2 साल तक यहां गिट्टी क्रेशर प्लांट के लिए पत्थर तोड़ा जाता रहा, लेकिन जिस जगह में पत्थर तोड़ा जा रहा वहां गांव की देवी का स्थल था. जिसका प्रकोप पूरे ग्रामवासियों को झेलना पड़ा था. जिसके बाद से इस खदान को बंद कर दिया गया था, लेकिन प्रशासन ने लीज में एक निजी कंपनी को फिर से यह खदान स्वीकृत की है. उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने के बाद रविवार को गिट्टी के लिए पत्थर तोड़ने की मशीन लगाई गई थी. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया है. ग्रामीणों का कहना था कि पत्थर खनन न हो इसके लिए कई बार वह राजस्व अधिकारी और कलेक्टर को अगवत कराते आए हैं.