कांकेर: भानुप्रतापपुर में शनिवार सुबह किस्त न चुका पाने की वजह से ट्रक मालिक ने आत्महत्या कर ली. सुसाइड के बाद से इलाजे में तनाव का माहौल है. नगर के ट्रक मालिकों ने माइंस प्रबंधन और फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव रखकर चक्काजाम कर दिया.
ट्रक की किस्त नहीं चुका पाया तो जान दे दी, गुस्साए लोगों ने खोला मोर्चा भानुप्रतापपुर के रहने वाले महेंद्र जायसवाल ने शनिवार सुबह अपने घर के सामने पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के पास से सोसाइड नोट भी मिला है. जिसमें उसने मानसिक रूप से परेशान होने की बात लिखी है.
मॉर्निंग वॉक पर निकले लेकिन कर ली आत्महत्या
बताया जा रहा है कि महेंद्र जायसवाल ने फाइनेंस में एक ट्रक खरीदी थी लेकिन हाल ही के दिनों में माइंस का काम ठप होने से उसके पास ट्रक की किस्त चुकाने के पैसे नहीं थे. किस्त न चुका पाने की वजह से महेंद्र जायसवाल काफी परेशान चल रहा था. शनिवार सुबह लोगों ने उसे मॉर्निंग वॉक पर देखा लेकिन घर पहुंचने के बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
ट्रक मालिकों ने किया चक्काजाम
महेंद्र के आत्महत्या करने की खबर जैसे ही उनके साथी ट्रक मालिकों को लगी, उन्होंने शव को नगर के मुख्य चौक में रखकर चक्काजाम कर दिया. ट्रक मालिकों का आरोप है कि माइंस प्रबंधन और फाइनेंस कंपनी की मनमानी के चलते ट्रक मालिक अब आत्महत्या करने पर मजबूर हैं.
नहीं थे किस्त चुकाने के पैसे
ट्रक मालिकों ने बताया कि यहां अधिकांश लोगों की ट्रक फाइनेंस पर है और अब माइंस का काम बंद होने से ट्रक को किस्त चुकाने भी पैसे नहीं है. वहीं फाइनेस कंपनी भी किस्त चुकाने के लिए इतना दवाब बना रही है कि लोग आत्महत्या करने को मजबूर हैं.
माइंस प्रबंधन और फाइनेस कंपनी पर एफआईआर की मांग
ट्रक मालिकों ने पूरे मामले में माइंस प्रबंधन और फाइनेस कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं, जो लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. ट्रक मालिकों ने अधिकारी और नेताओं पर माइंस प्रबंधन पर साठ-गांठ का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि दोनों अपने रिश्तेदारों के नाम से ट्रक चलवा रहे हैं इसलिए माइंस के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है.