पखांजूर: छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर गंभीरता दिखाते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लाउडस्पीकर के जरिए मोहल्ला क्लास शुरू की गई है, जिसमें जिसमें खंड शिक्षा अधिकारियों को गांव-गांव में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए भेजा जा रहा है, जो सोशल डिस्टेंस, मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर बच्चों को पढ़ाएंगे. शिक्षा विभाग ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया है, लेकिन कई जगह बच्चे बिना सोशल डिस्टेंसिंग के ही पढ़ाई करते नजर आए.
स्कूलों में न मास्क न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन परलकोट इलाके के वैकुंठपुर गांव में बने हाई स्कूल के बच्चे बिना सोसल डिस्टेंसिंग के ही बैठे थे, जो लाउडस्पीकर के माध्यम से पढ़ाई कर रहे थे. इतना ही नहीं कई बच्चे बिना मास्क के ही कक्षा में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे थे. वहीं शिक्षक मास्क लगाकर बच्चों को तो पढ़ाते नजर आए, लेकिन बच्चों ने मास्क नहीं लगाया था. ऐसे में शिक्षकों का सुरक्षा तो दिख रहा है, लेकिन बच्चों का सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.
न मास्क न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई जा रही
मामले में स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि शाला प्रवेश के लिए सभी बच्चे स्कूल आए हुए हैं, लेकिन देखा गया है कि स्कूल में लगभग एक क्लास के 30 बच्चों को शिक्षक एक साथ पढ़ा रहे थे, जहां सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है. जबकि स्कूल के प्रिंसिपल भी सामने वहीं खड़े थे, लेकिन प्रिंसिपल किसी को कुछ कहते नजर नहीं आए, बल्कि खुद सवालों से बचते नजर आए.
स्कूल के बाहर पढ़ाई कर रहे छात्र मामले की कराई जाएगी जांच
खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए निर्देशित किया है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाकर बच्चों को पढ़ाने के निर्देश , लेकिन मोहल्ला क्लास में ज्यादातर बच्चे बिना मास्क के नजर आए. वहीं उन्होंने कहा कि इस संबंध में जांच किया जाएगा. साथ ही बच्चों को खुले में मोहल्ला क्लास लगाकर पढ़ाया जाएगा.
सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही