प्रदेश में सरकार बदलते ही अन्तागढ़ टेपकांड की एसआईटी जांच के आदेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए थे. जिसमे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, अमित जोगी, मंतूराम पवार, राजेश मूणत समेत 5 लोग आरोपी हैं
एसआईटी कर रही पूछताछ
एक तरफ़ एसआईटी की टीम अन्तागढ़ और पखांजूर पहुंचकर मंतूराम समेत नाम वापस लेने वाले अन्य प्रत्याशियों से पूछताछ में जुटी है, तो दूसरी ओर उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ अकेले मैदान में रूपधर पुड़ो ने मीडिया से चर्चा करते हुए आरोप लगाया है कि, 'जब मंतूराम समेत कई प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया था, तो पूर्व मुख्यमंत्री के निजी सचिव ओम प्रकाश गुप्ता ने उन्हें भी नाम वापस लेने को कहा था और इसके बदले में कई लोकलुभावन ऑफर दिए थे'.
पुड़ो ने कहा कि, 'जब वो नाम वापस लेने के लिए नहीं माने तो उन्हें बड़े आपराधिक मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी भी दी गई थी'. एसआईटी जांच के बीच रूपधर पुड़ो का यह बयान जांच का दायरा बढ़ाने को मजबूर कर सकता है.
पुड़ो से हो सकती है पूछताछ
बता दें कि, इन दिनों एसआईटी टीम के कुछ सदस्य अन्तागढ़ विधानसभा के दौरे पर हैं और ऐसे में रूपधर पूड़ो भी पूछताछ के दायरे में आ सकते हैं