कांकेर:कांकेर जिले में चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बेहाल है. एक ओर नदी-नाले उफान पर हैं, तो वहीं दूसरी ओर दो दर्जन से भी अधिक गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया (heavy rain in Kanker Traffic affected in many villages) है.
पुल और सड़क बहने से बढ़ी परेशानी: बता दें कि चार दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कांकेर-हल्बा मार्ग को जोड़ने वाला पुल बह गया. महानदी के सहायक नाले में भी पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. जिसके कारण लोगों को दूसरे रास्ते से कांकेर जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है. इस सड़क से रोजमर्रा और नौकरीपेशा लोगों का निरंतर आना जाना रहता है. पुल और सड़क बह जाने से अब ज्यादा दूरी तय कर दूसरे रास्तों से लोगों को आवगमन करना पड़ रहा है.
कांकेर में भारी बारिश में बहा सड़क और पुल प्रशासन से की गई थी मांग: इसी रोड से हल्बा और नरहरपुर के लिए चलती है बस: इसी मार्ग से बस का आवागमन हल्बा व नरहरपुर तक होता है. लेकिन सड़क और पुल बह जाने से बस का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है. रात के अंधेरे में तो ग्रामीणों को आवागमन के लिए खतरा बढ़ गया है. ग्रामीणों की शिकायत है कि खेत से आने वाले पानी की निकासी पुलिया से बेहतर ढंग से नहीं हो पाती है. कुरना मार्ग का सड़क टूटने से 25 गांवों का आवागमन प्रभावित हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि लगातार पुल और सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण आज सड़क और पुल बह गया है.
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बता दें कि कांकेर जिले में 1 जून से अब तक 504.9 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. बीती रात से जिले के सभी 7 तहसीलों में व्यापक वर्षा दर्ज की गई. सर्वाधिक वर्षा दुर्गूकोंदल तहसील में 105.7 मिली मीटर और सबसे कम वर्षा 56.3 मिली मीटर अंतागढ़ तहसील में दर्ज की गई है. कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 13 जुलाई की स्थिति में कांकेर में 78.7 मिली मीटर, भानुप्रतापपुर में 89.2 मिली मीटर, चारामा में 93.9 मिली मीटर, पखांजूर 94.8 मिली मीटर और नरहरपुर में 85 मिली मीटर औसत वर्षा अब तक दर्ज की गई है.