कांकेर: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है और इसके साथ ही प्रशासन चुनाव की तैयारी में जुट गया है. कांकेर लोकसभा के अंतर्गत 8 विधानसभा सीट आती है जिसमें से 5 सीट नक्सल प्रभावित होने की वजह से जिला प्रशासन और पुलिस विभाग को कड़ी मशक्कत करनी होगी ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके. इसके लिए जिला प्रशासन ने निर्वाचन आयोग से इस बार अधिक फोर्स की मांग की है.
जिला और पुलिस प्रशासन की ओर से लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए हर संभव कोशिश किए जा रहा है. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी कांकेर लोकसभा सीट पर शांतिपूर्ण चुनाव बड़ी चुनौती बनने वाली है. कांकेर लोकसभा के अंतर्गत कांकेर, भानुप्रतापपुर, अन्तागढ़,केशकाल, सिहावा,बालोद, गुंडरदेही, डौंडीलोहारा विधानसभा आते है जिसमें से बालोद, गुंडरदेही, डौंडीलोहारा को छोडकर बाकी क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में इन इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने होंगे.
विधानसभा चुनाव के लिए केंद्र की 90 से अधिक बटालियन मंगवाई गई थी, उसके बाद भी नक्सलियों ने काफी उत्पात मचाया था और विधानसभा चुनाव के ठीक एक दिन पहले बड़ी घटना को अंजाम दिया था जिसमे बीएसएफ के दो जवान शहीद हुए थे. नक्सलियों ने इस दौरान कई बार बैनर पोस्टर फेंककर चुनाव बहिष्कार का एलान किया था. इसको देखते हुए इस बार जिला प्रशासन पूरे तरीके से अलर्ट है और इन इलाकों में अतिरिक्त बल की मांग करने की बात कलेक्टर और लोकसभा निर्वाचन अधिकारी ने कही है.