छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

दुर्गम क्षेत्रों में भी फायदेमंद साबित हो रहा डाकघर बचत खाता

डाकघर की सेवाओं को लेकर ETV भारत ने डाकघर में कार्यरत पंकज साहू से बातचीत की है. इस दौरान ये जानने की कोशिश की है कि आखिर कैसे लोग डाकघर के बचत खाते में एकाउंट खुलवा कर अपना रुपयों की बचत कर सकते है.

post office saving account
डाकघर बचत खाता

By

Published : Jan 3, 2021, 4:03 PM IST

कांकेर: आधुनिकता के इस दौर में भी हमारे देश की सबसे पुरानी डाक व्यवस्था बस्तर जैसे सुदूर दुर्गम क्षेत्रों के लोगों और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए वारदान साबित हो रही है. डाकघर का बचत खाता (सेविंग अकाउंट) निम्न से निम्न वर्ग के लोगों को भी सुविधा दे रहा है. डाकघर की सेवाओं को लेकर ETV भारत ने डाकघर में कार्यरत पंकज साहू से बातचीत की है. उन्होंने बताया है कि कैसे लोग एकाउंट खुलवा कर अपने रुपयों की बचत कर सकते है.

दुर्गम क्षेत्रों में भी फायदेमंद साबित हो रहा डाकघर बचत खाता

पंकज साहू ने बताया कि प्रदेश के अखिरी गांव तक हमारी पहुंच है. लोग एकाउंट खुलवा कर अपना पैसा बचत कर सकते है. बचत खाते में भी ब्याज दर अच्छा है. खास बात ये है कि बाकी बैंको की तुलना में पोस्ट ऑफिस में बचत ज्यादा है. फिलहाल कांकेर जिले में 1 पोस्ट ऑफिस 22 सब डाकघर, 479 ब्रांच उप डाक घर है जो अपनी सेवाएं दे रहे है.

तीन चरणों में होता है काम

सुदूर अंचलों में पहुंच को लेकर पंकज बताते हैं कि वह तीन चरणों में काम करते हैं. मुख्य डाक घर, सब डाक घर, ब्रांच उप डाक घर. आखिरी स्तर पर हमारे ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत है. उन्हीं के जरिए बीहड़ क्षेत्रों में भी पहुंच रखते है.

खाते में 500 रुपए रखना जरूरी
डाक घर में खाताधारक पीवी प्रसाद ने बताया कि डाक बचत खाता लोगों के लिए एक सुविधाजनक है. खास कर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तो यह एक उत्तम उपयोगी है. डाक घर के बचत खातों में न्यूनतम 500 रुपये की शेष राशि निर्धारित नियमों के बदलाव को लेकर उन्होंने बताया कि पहले जीरो बैलेंस था. अब 500 रुपए खाते में रखने का नियम आया है. इससे खाता धारकों को प्रभाव तो पड़ेगा. लोग इस बारे में सोचेंगे, लेकिन बाकी की तुलना अच्छा है.

पढ़ें: SPECIAL: तकनीक के साथ अपडेट नहीं हो पा रहे पोस्ट ऑफिस, ऑनलाइन के दौर में ऑफलाइन चल रहा काम

500 रुपये में खुलवा सकते हैं खाता

डाकघर में 500 रुपये में बचत खाता खुल जाता है. ध्यान रखने वाली बात है कि एक डाकघर में एक ही बचत खाता खुलवा सकते हैं. इस समय डाकघर में बचत खाते पर सालाना ब्याज दर 4 फीसदी है. इसे एकल (सिंगल) या संयुक्त (ज्वाइंट) में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग बच्चे के नाम पर और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए खुलवा सकते हैं.

पढ़ें: रायगढ़: आंसर शीट पोस्ट करने के लिए डाकघर में लगी विद्यार्थियों की भीड़, बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा

डाकघर बचत के बारे में खास बातें

  • न्यूनतम 50 रुपये निकाल सकते हैं, निवेश की कोई सीमा नहीं.
  • न्यूनतम बैलेंस 500 रुपये से कम होने पर नहीं कर सकते निवेश.
  • हर महीने की 10 तारीख और महीने के अंत में खाते में मौजूद न्यूनतम बैलेंस के आधार पर होगी ब्याज की गणना.
  • इस दौरान न्यूनतम बैलेंस 500 रुपये से कम होने पर नहीं मिलेगा ब्याज.
  • आयकर कानून की धारा 80टीटीए के तहत 10,000 रुपये तक के ब्याज पर नहीं लगेगा कर.

निवेश पूरी तरह सुरक्षित
हेड पोस्ट मास्टर कमल साहू मे बताया कि खातों में 500 रुपए निर्धारित किया गया है. उसको लेकर हम लोगों को जागरूक कर रहे है. हमारे पास अभी तक कोई ऐसी शिकायत नहीं आई है. आगे अगर खाताधारक को दिक्कत आती है तो उनकी मदद की जाएगी. डाकघर की बचत योजनाओं में निवेश की गई पूरी राशि 100 फीसदी सुरक्षित रहती है. इसकी जमाओं पर सॉवरेन गारंटी होती है. इसका मतलब है कि अगर डाकघर खाताधारकों का पैसा लौटाने में विफल रहता है तो सरकार निवेशकों के पैसों की गारंटी लेती है.

पढ़ें: SPECIAL: बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मिलेंगे लाखों रुपए, जानिए क्या है सुकन्या समृृद्धि योजना

एक बार निकासी या जमा करना जरूरी

डाकघर में बचत खाते पर चेक/एटीएम सुविधा, नॉमिनेशन सुविधा, खाते को एक डाकघर से दूसरे में ट्रांसफर की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग सुविधा, बचत खाते के बीच ऑनलाइन फंड ट्रांसफर सुविधा उपलब्ध है. खाते को एक्टिव रखने के लिए तीन साल में कम-से-कम एक बार निकासी या जमा करना जरूरी है.

बीहड़ क्षेत्रों में मिल रही सुविधा

डाक घर में हाल ही में इंडिया पोस्ट पेमेंट के शुरुआत की गई है. इस स्कीम के तहत पेंशनरधारी लोगों को डाककर्मी घर पहुंच और मोबाइल एप के जरिए रुपये उपलब्ध करा रहे हैं. ऐसे में डाक घर बचत खाते निम्न लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे है. बस्तर जैसे बीहड़ो में भी इसकी पहुंच बरकार है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details