कांकेर:उत्तर बस्तर में नक्सलियों को पुलिस ने बड़ा झटका दिया है. नक्सलियों तक कैश और सामान पहुंचाने वाले शहरी नेटवर्क को पुलिस ने ध्वस्त कर दिया है. पुलिस ने 5 शहरी सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है, जिसमें उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के कुछ युवक भी शामिल हैं. पुलिस दावा कर रही है कि मामले में और भी बड़े नामों का खुलासा हो सकता है. यह भी आशंका जताई जा रही है कि आरोपी अन्य प्रदेशों में सक्रिय नक्सलियों के भी सम्पर्क में हो सकते हैं. पूछताछ में इसका खुलासा हो सकता है.
24 मार्च को पुलिस ने सिकसोड थानाक्षेत्र से एक बोलेरो वाहन से भारी मात्रा में साम्रगी जब्त की थी, उस दौरान पकड़ में आए आरोपी तापस पलित से पुछताछ में खुलासा हुआ था कि वह नक्सलियों तक सामग्री पहुंचाने जा रहा था, उस दौरान 45 जोड़े जूते, नक्सली वर्दी के कपड़े , वाकी टाकी इलेक्ट्रिक वायर और अन्य सामान बरामद हुए थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने एएसपी कीर्तन राठौर ने नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की थी, जिनके द्वारा मामले की जांच और गिरफ्त में आए आरोपी से बयान के आधार पर अजय जैन, कोमल प्रसाद , रोहित नाग ,सुशील शर्मा और सुरेश शरणागत को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी आरोपी नक्सलियों तक नकदी रकम और सामान पहुंचाने का काम किया करते थे. आरोपियों के पास से 2 चारपहिया वाहन भी जब्त की गई है.
पेटी ठेका में अंदरूनी इलाके में करते थे काम
गिरफ्त में आए आरोपी ठेकेदारी के काम से जुड़े हुए थे और ये पेटी ठेका में अंदरूनी इलाके का काम लेकर नक्सलियों तक सामान सप्लाई कर रहे थे. पुलिस के अनुसार लेंडमार्क इंजीनियर कम्पनी और रॉयल इंजीनियर कंपनी के नाम से जिले में पीएमजेएसवाई सड़क अन्तागढ़, आमाबेड़ा ,सिकसोड,कोयलीबेड़ा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम लिया गया था. जिसमे ये सभी आरोपी पेटी ठेका में काम कर रहे थे,और नक्सलियों के मददगार बने हुए थे.
मुख्य कंपनी भी जांच के दायरे में
आरोपी जिस कंपनी के काम को पेटी ठेका में लेकर काम किया करते थे, उस कंपनी का संचालक में जांच के दायरे में है, पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी हुई है, मामले में और भी नामों का खुलासा हो सकता है.
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