कांकेर: आमाबेड़ा थाना के गांव पुसाघाटी में बुजुर्ग महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने डेढ़ महीने बाद सुलझा ली है. हत्या का आरोपी कक्षा सातवीं का एक नाबालिग छात्र निकला, जिसने महिला की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि वह उस पर चोरी का इल्जाम लगाती थी. छात्र ने हत्या करने से पहले बड़ी मां से बातचीत भी की और अपने सावल भी किए. महिला गुस्से में बच्चे को पीटने लगी. गुस्से में बच्चें ने पत्थर से महिला के सिर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
आमाबेड़ा थाना प्रभारी बीआर ध्रुव ने बताया छात्र को हिरासत में लेकर नाबालिग होने के कारण बाल सुधार गृह जगदलपुर भेजा गया है. बीते 10 अक्टूबर 2020 को पुसाघाटी निवासी 70 साल की महिला रताया बाई गोटा की उसके खेत में पत्थर से सिर कुचल कर हत्या कर दी गई थी. पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था. गांव में कई बैठकें हुई, लोगों से पूछताछ भी की गई, लेकिन फिर भी गुत्थी नहीं सुलझी.
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खेत में मिली महिला की लाश
पुलिस ने अपने मुखबिर तैनात किए. यह बात निकलकर सामने आई कि कक्षा सातवीं के 14 वर्षीय छात्र की भूमिका संदेहास्पद है. पुलिस ने उसे दोबारा बुलाकर पूछताछ कि तो उसने पूरी कहानी बता दी. छात्र के अनुसार महिला उस पर फल चुराने का आरोप लगाती थी, जबकि उसने चोरी की ही नहीं थी. झूठे आरोप से वह बेहद गुस्से में था और महिला की हत्या करने मौका तलाश रहा था. 10 अक्टूबर को छात्र जब स्कूल से आया तो महिला उसे खेत में अकेली मिली तो वह वहां पहुंचा. उसने गांव के रिश्ते में उसे बड़ी मां कहते हुए झूठे इल्जाम लगाने का कारण पूछा. महिला के जवाब से गुस्साकर उसने उसे लात मारा, जिससे वह खेत में गिर गई. फिर मेढ़ पर पड़े पत्थर को उसके सिर पर पटक दिया. फिर उसी पत्थर से उस पर तीन बार ताबड़तोड़ वार कर वहां से भाग गया.
पुलिस को करता रहा गुमराह
हत्या के बाद पुलिस ने संदिग्धों की सूची बनाकर उनसे पूछताछ की. इस सूची में छात्र का नाम भी था. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो वह गुमराह करते बताया कि उसने भी वहां आवाज सुनी थी, जिसके बाद वह डर कर वहां से भाग गया. उसके वहां से भागने की बात पुलिस को रास नहीं आई थी. पुलिस को उसके खिलाफ कुछ सबूत भी मिले थे जांच के बाद उसके द्वारा हत्या की बात सामने आ गई.