कांकेर:चोरी के मामलों मेंपूछताछ के लिए थाने लाए गए मजदूरों ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है. शहर में तीन दिनों में छह सूने मकानों में चोरी की घटनाओं (incidents of theft) से हड़कंप मचा हुआ है. इसी के साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. कांकेर के साकेत नगर (Saket nagar) में एक साथ तीन घरों में चोरी की घटना सामने आई थी, लेकिन वारदातें यहीं नहीं थमीं. शनिवार को भी साकेत नगर के एक और घर में चोरों ने घटना को अंजाम दिया. पुलिस का मानना है कि आरोपियों ने एक ही रात में चोरी की वारदात को अंजाम दिया होगा क्योंकि सभी घरों में चोरी का तरीका एक जैसा था.
पुलिस पर मजदूरों के साथ मारपीट का आरोप पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
चोरी का सिलसिला यही नहीं थमा, रविवार को भी आदर्श नगर में एक बार फिर आरोपियों ने दो सूने मकानों को निशाना बनाया. लगातार चोरी की घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे. जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए दूसरे राज्यों से काम करने आए मजदूरों (labors) को थाने लाकर उनसे पूछताछ की.
मजदूरों का पुलिस पर आरोप
पुलिस 15 से अधिक मजदूरों को पूछताछ के लिए थाने लाई. वहीं मजदूरों का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान उनके साथ जमकर मारपीट की. मजदूरों ने बताया कि उन्होंने फोन कर कांग्रेस नेता को बुलाया. ईटीवी भारत (Etv Bharat) के पास एक ऑडियो है, जिसमें मजदूर थाने के शौचालय से एक कांग्रेस नेता को फोन कर कह रहे हैं कि पुलिस उन्हें मार डालेगी, अपना पूरा डिटेल बताने के बाद भी उन्हें बहुत मारा जा रहा है. उन्हें थाने आकर बचा लिया जाए.
कांग्रेस पार्षद को करना पड़ा हस्तक्षेप
कांग्रेस पार्षद (Congress councilor), नगर पालिका उपाध्यक्ष के साथ आधी रात को थाने पहुंचे और मामले में हस्तक्षेप किया. जब कांग्रेस नेता (Congress leader) ने मजदूरों को बेहरमी से पीटे जाने की वजह पूछी, तो पुलिस ने जवाब नहीं देते हुए सभी मजदूरों को छोड़ दिया. कांकेर जिले में दूसरे राज्यों से काम करने आए मजदूरों को बिना कारण पुलिस थाने ले आई और उनके साथ मारपीट की.
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वहीं मजदूरों का कहना था कि वो बाहर से यहां काम करने आए हैं. पुलिस को यहां रहकर काम करने की जानकरी दी है. इसके अलावा मजदूर जिस घर में किराए से रह रहे हैं, उसकी भी जानकरी पुलिस को पहले ही दी जा चुकी है. मजदूरों का आरोप है फिर भी पुलिस ने बेवजह उनके साथ मारपीट की.
टीआई ने मारपीट से किया इनकार
वहीं इस मामले में कांकेर थाना प्रभारी डीएस देहारी ने बताया कि सूने मकानों में चोरी की घटनाओं के पीछे किसी बाहरी गिरोह का हाथ है. बाहर से आए लोगों से पूछताछ की जा रही है और किसी को पीटा नहीं गया है.
चोरी के पीछे किसी बाहरी गिरोह का हाथ- थाना प्रभारी
कांकेर जिले में छह महीने में दस से ज्यादा सूने मकानों के चोरी की घटनाएं सामने आई हैं. इसके साथ ही सभी चोरियों का तरीका भी एक जैसा है, लेकिन पुलिस अब तक इन घटनाओं की गुत्थी सुलझाने में नाकाम रही है. कुछ दिनों से ताबड़तोड़ चोरी की घटना बढ़ी है. इससे पहले मार्च में शहर और उसके आसपास भी चोरी की कई घटनाएं सामने आई थीं और सभी का तरीका एक जैसा ही था, लेकिन पुलिस के हाथ कोई सफलता हाथ नहीं लगी है.