कांकेर:दुर्गुकोंदल ब्लॉक के लोगों को इन दिनों मोबाइल नेटवर्क कंपनियों की उदासीनता का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. ब्लॉक में BSNL (Bharat Sanchar Nigam Limited) सहित दो प्राइवेट कंपनियों के टावर लगे हैं, लेकिन कोई भी टावर सही से काम नहीं कर रहा है. नेटवर्क की इतनी समस्या रहती है कि घर के अंदर मोबाइल नेटवर्क तो दिखता भी नहीं है. नेटवर्क की समस्या के चलते रहवासी या दूसरे जगह से काम करने आने वाले लोग परिवार से बात नहीं कर पा रहे हैं. इंटरनेट का इस्तेमाल करना तो दूर की बात है. रात को अचानक इमरजेंसी सेवा के लिए आधा-एक किमी दूर जाकर नेटवर्क कनेक्टिविटी ढूंढना पड़ता है. इसके बाद फोन लगाते हैं. रहवासी और जनप्रतिनिधियों ने कई बार लचर व्यवस्था से शासन को अवगत कराया. इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है.
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माइंस में काम करने रोज आते हैं सैंकडों लोग
दुर्गुकोंदल तहसील माइंस क्षेत्र है. यहां हर दिन सैकड़ों लोग काम करने आते हैं. कर्मचारी अपने परिवार से दूर इस इलाके में रहते हैं. मोबाइल कनेक्टिविटी लचर होने के कारण काफी दिक्कत का सामना कर रहे हैं. रहवासी मुन्ना सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की संचार व्यवस्था बहुत खराब है एक दूसरे से संपर्क नहीं होता. अगर हुआ तो बात नहीं हो पाता है. माइंस क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों ने कहा कि हम अपना घर परिवार छोड़कर यहां काम करने आए हैं. नेटवर्क की समस्या के चलते हम परिवारों का हाल-चाल तक नहीं पूछ पाते हैं. यहां अक्सर नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या रहती है. स्थानीय नेता विजय पटेल ने कहा कि नेटवर्क की समस्या से कई बार प्रशासन को अगवत कराया है. कुछ दिन ठीक चलने के बाद हालात फिर से जस की तस हो जाती है. क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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रात में तबीयत खराब होने पर भगवान ही मालिक
सबसे ज्यादा परेशानी उस समय होती है, जब किसी की तबीयत रात में खराब होती है. गर्भवतियों को हॉस्पिटल में भर्ती करने के लिए महतारी एक्सप्रेस, 108 वाहन अगर बुलाना हो तो नेटवर्क की समस्या आती है. फोन लगता ही नहीं, जिससे परेशानी का समाना करना पड़ता है. ब्लॉक मुख्यालय से 500 मीटर दूर हॉस्पिटल है. रात को अचानक इमरजेंसी सेवा के लिए आधा-एक किमी दूर जाकर नेटवर्क कनेक्टिविटी ढूंढते हैं. उसके बाद फोन लगाते हैं.