कांकेर : बेमौसम बारिश के कारण जिले के 125 धान उपार्जन केंद्रों में खतरा मंडरा रहा है. केंद्रों में अभी भी धान का उठाव नहीं होने से 15 लाख क्विंटल धान जाम पड़ा हुआ है. ऐसे में खराब मौसम के कारण उपार्जन केंद्रों में रखे धान के भीगने का खतरा बना हुआ है. हालांकि समिति प्रबंधकों ने आनन-फानन में तिरपाल से धान के बोरों को ढक दिया है.
जिले में इस साल लक्ष्य से अधिक धान की खरीदी की गई है. धान की खरीदी खत्म हुए करीब 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन उठाव नहीं होने के कारण अभी भी जिले में करीब 15 लाख क्विंटल धान केंद्रों में जाम पड़ा है. धान खरीदी के कुछ दिन बाद से ही समिति अध्यक्षों ने धान उठाव में अनियमितता को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि समय पर उठाव नहीं होने और रख-रखाव की कमी के कारण धान के सड़ने का खतरा बना हुआ है.