कांकेर: मिर्च ने जिले के किसानों की किस्तमत बदल दी है. कांकेर जिले के परालकोट क्षेत्र के किसान मिर्च उगाकर अपनी किस्मत चमका रहे हैं. जी हां, मिर्च की फसल से किसानों की आमदनी बढ़ी है. धान और मक्के की खेती करने वाले किसान इन दिनों मिर्च की फसलों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं.
मिर्च ने बदली किसानों की किस्मत परलकोट में दो साल पहले तक किसान केवल धान और मक्के की फसलों का ही उत्पादन किया करते थे, लेकिन आज परलकोट के किसानों में मिर्ची की खेती को लेकर ज्यादा दिलचस्पी दिखाई दे रही है. कुछ किसानों का कहना है कि मक्के और धान की फसल में समय और खर्च ज्यादा होता है और मुनाफा कम.
एक एकड़ में 3-4 लाख रुपये तक का फायदा
किसान एक एकड़ में मिर्च की फसल उगाकर 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा लेते हैं. मिर्च का पौधा रोपने के डेढ़ से दो महीने में मिर्ची का उत्पादन शुरू हो जाता है. जो करीब 5 से 6 महीनों तक चलता है. किसान हर हफ्ते औसतन 20 हजार रुपये तक का मिर्च बेचते हैं.
आधुनिक हो रहे किसान
कृषि विभाग के REO रथिन बैनर्जी ने कहा कि पहले तो किसान धान और मक्के का ही फसल लगाते थे, लेकिन अब बदलते समय के साथ परलकोट के किसान आधुनिक उपकरणों से फसल उगा रहे हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिर्च की फसल में भी रुचि दिखा रहे हैं.
मिर्च की फसल में लगती है कम जगह
किसान अब फ्लड ईरीगेशन के बजाय ड्रिप ईरिगेशन से मिर्च की फसल का उत्पादन कर रहे हैं. मिर्ची की फसल में कम जगह लगती है और ज्यादा मुनाफा कमाया होता है.