कांकेर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क पर शिकंजा कस दिया है. नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के मामले में फरार चल रहे आरोपी वरुण जैन को राजनांदगांव पुलिस ने कांकेर पुलिस को सौंप दिया गया है. पुलिस देर रात वरुण को लेकर कांकेर पहुंची है. नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के मामले में अब कांकेर पुलिस के शिंकजे में 14 आरोपी आ चुके हैं.
वरुण जैन काफी समय से फरार चल रहा था. मामले में 13 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके थे. वरुण जैन पर 10 हजार का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था. वरुण का भाई निशांत पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
2002 में गुड़गांव से आया था छत्तीसगढ़
पुलिस अधीक्षक एम आर अहिरे ने बताया कि वरुण जैन साल 2002 में गुड़गांव से तोमर कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिले सड़क निर्माण कार्य को करने राजनांदगांव आया था. इसके बाद उसने अपने बड़े भाई निशांत जैन के साथ 2006 मे लैंडमार्क कंपनी बनाई. बाद में 2013-14 में लैंडमार्क रायल इंजीनयरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनायई, जिसके डायरेक्टर वर्तमान में वरुण एवं रिचा जैन हैं.
सड़क निर्माण के नाम पर करता था सामान सप्लाई
जिले के अंदरूनी क्षेत्र कोयलीबेड़ा , आमाबेड़ा, सिकसोड,रावघाट , टाडोकी में पीएमजेएसवाय के अंतर्गत 25 सड़क निर्माण में कंपनी रॉयल के डायरेक्टर वरुण के द्वारा 2 से 3 वर्ष में ही जिले के अंदरूनी इलाको में ठेका लेकर अपने अधिनस्थ लोगो के जरिए माल सप्लाई करता था. आरोप है कि सड़क निर्माण के नाम पर वरुण जैन नक्सलियों को जूता, वर्दी कपड़ा, वायरलेस सेट, दवाई, बिजली तार, नकदी राजनादगांव एवं अन्य शहरों से आरोपी मुकेश सलाम एवं राजेन्द्र सलाम के माध्यम से नक्सलियों को दे रहा था.