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435 मितानिनों को साल भर से नहीं मिली अतिरिक्त राशि - कांकेर जिले में मितानिनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

कांकेर में पिछले एक साल से जिले की 4 सौ से ज्यादा मितानिनों को अतिरिक्त राशि नहीं मिल रही है. जिससे उन्हें काफी दिक्कत हो रही है. मितानिनों ने कलेक्टर से जल्द से जल्द राशि दिलाने ज्ञापन सौंपा

Mitanins did not receive additional amount since one year in Antagarh of kanker
कांकेर के अंतागढ़ में मितानिनों को एक साल से अतिरिक्त राशि नहीं मिली

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Published : Mar 19, 2021, 3:12 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 3:23 PM IST

कांकेर: जिले के अंतागढ़ ब्लॉक की मितानिन अतिरिक्त राशि के लिए पिछले सालभर से भटक रही हैं. ब्लॉक की 435 मितानिन को सालभर से मिलने वाली अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं किया गया है. मितानिनों ने कलेक्टर से मामले में शिकायत करते हुए राशि दिलाए जाने की मांग की है.

अतिरिक्त राशि के लिए भटक रहे मितनिन

राशि नहीं मिलने से मितानिनों में नाराजगी

मितानिनओं का कहना है कि सभी मितानिन लगातार अपने कार्यों का निर्वहन बखूबी करते आ रहे हैं. कोरोना काल में भी सभी ने पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी की. शासन के हर छोटे छोटे कार्यों को भी अपनी जिम्मेदारी समझ कर पूरा कर रही है. बावजूद इसके उनके साथ अन्याय किया जा रहा है. क्षेत्र की 435 मितानिनों को अब तक अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं हुआ है.

सालभर से नहीं मिली अतिरिक्त राशि

दरअसल अतिरिक्त राशि के रूप में मितानियों को हर महीने 1 हजार रुपये सरकार देती है. जिले के अंतागढ़ ब्लॉक की मितानिनों को अप्रैल 2018 से मार्च 2019 की अतिरिक्त राशि अब तक नहीं मिली है.

मितानिनों को अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं हुआ

मितानिनों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मितानिन सुनीता उइके ने बताया कि राशि नहीं मिलने के कारण उन्हें जीविका चलाने में असुविधा हो रही है. महंगाई के दौर में अगर उन्हें ये राशि मिल जाती है तो मितानिनों को परेशानी नहीं होगी. मितानिनों ने इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अतिरिक्त राशि दिए जाने की मांग की है.

ऑपरेशन और सोनोग्राफी सुविधा जल्द शुरू कराने ज्ञापन

महासमुंद जिले में मितानिन परेशान

महासमुंद जिले की मितानिन भी गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंची. उन्होंने जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का सीजर ऑपरेशन और सोनोग्राफी जल्द शुरू करवाने की मांग की और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. मितानिनों ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि पहले जिला अस्पताल में ऑपरेशन और सोनोग्राफी होने से गरीब परिवारों को काफी मदद मिलती थी. लेकिन अब ये सुविधाएं बंद कर देने से उन्हें रायपुर भेज दिया जा रहा है या फिर निजी अस्पताल में गरीब परिवारों को भारी-भरकम फीस देना पड़ रहा है.

Last Updated : Mar 19, 2021, 3:23 PM IST

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