कांकेर: गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. इस झड़प में छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे से गांव गिधाली का बेटा गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गया था. पूरे परिवार का एकलौता सहारा अपने पिता के कंधों पर फिर से उस जिम्मेदारी को छोड़ गया, जिसे पिता ने उसे सौंपा था. गणेश के जाने के बाद आज परिवार को दर दर भटकना पढ़ रहा है.
गणेश परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनों के अकेले भाई थे. गणेश के शहीद होने पर सरकार ने गांव के स्कूल को शहीद के नाम करने और एक परिजन को नौकरी देने की बात कही थी. स्कूल तो शहीद के नाम कर दिया गया, लेकिन नौकरी अब तक नहीं मिली. एक साल बीतने को है. परिवार लगातार जिला मुख्यालय से लेकर राजधानी के चक्कर लगा रहा है.
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दरअसल, 15 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत चीन सीमा के बीच दोनों तरफ के सैनिकों में खूनी झड़प हुई थी. इस घटना में भारत के 20 वीर सपूत चीनी सेना का डटकर मुकाबला करते हुए शहीद हो गए. जिसमें कांकेर के गिधाली का रहने वाला जवान गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गए थे. शहीद गणेश अपने मां बाप का इकलौता बेटा था. स्कूल की पढ़ाई के तुरंत बाद गणेश ने आर्मी ज्वाइन की और मोर्चे पर अलग-अलग इलाकों में तैनात रहे.