कांकेर: विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद अब नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. अध्यक्ष पद के आरक्षण के बाद निकाय चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है. कांकेर नगर पालिका के अध्यक्ष की सीट इस बार महिला के लिए आरक्षित हुई है. कांकेर नगर पालिका में यह दूसरा मौका है, जब सीट महिला के लिए आरक्षित हुई है. इसके पहले 2005 में यह सीट महिला के लिए आरक्षित हुई थी.
जनता है नाराज, क्या इस बार नगर पालिका में खाता खोल पाएगी बीजेपी? कांकेर नगर पालिका में आज तक बीजेपी का खाता नहीं खुला है. शुरू से ही इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया हुआ है. हालांकि, वार्डों में बीजेपी की पकड़ काफी मजबूत है. 21 वार्ड वाले कांकेर नगर पालिका में 12 वार्ड में बीजेपी के पार्षद और 7 वार्ड में कांग्रेस के पार्षद हैं.
शहर में सड़क, पानी की समस्या आज भी बरकरार है. स्थानीय बताते हैं, कांकेर नगर पालिका में सबसे बड़ी समस्या शहर की सड़कें है, जिसे लेकर आये दिन आंदोलन भी होते रहते हैं. इसके अलावा वार्डों में साफ पानी की समस्या से भी लोग काफी परेशान हैं. शहर के कई इलाकों में गर्मी के दिनों में लोगों को टैंकर से पानी सप्लाई की जाती है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां की जनता कांग्रेस की सरकार से खुश नहीं है. लोगों का कहना है कि बीते 5 साल में शहर की समस्या जस की तस बनी हुई है. शहर में एक मात्र गार्डन भी देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुकी है. गार्डन के सामने तालाब में मनोरंजन के लिए बोटिंग शुरू की गई थी, लेकिन वो भी बंद कर दी गई है.
महिला मतदाताओं की संख्या अधिक
कांकेर नगर पालिका में कुल 20 हजार 264 मतदाता हैं, इसमें 10 हजार 667 महिला मतदाता जबकि 9 हजार 596 पुरुष मतदाताओं की संख्या है. शहर में एक थर्ड जेंडर के भी मतदाता हैं. शहर की कुल जनसंख्या 27 हजार 541 है.