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कांकेर: मुर्गी का शिकार करने पहुंचा तेंदुआ कुएं में गिरा

तेंदुए ने मुर्गी का शिकार तो किया लेकिन कुएं में गिर गया. वनविभाग की टीम तेंदुए को कुएं से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. तेंदुए को डूबने से बचाने के लिए बांस की चैली बनाकर डाली गई है.

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कुंए में गिरा तेंदुआ

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Published : Dec 18, 2020, 12:16 AM IST

कांकेर: जिला मुख्यालय से करीब 11 किलोमीटर दूर चनार गांव में एक तेंदुआ शिकार की तलाश में पहुंचा. मुर्गी का शिकार करने के लिए तेंदुआ पुनीत यादव के घर पहुंचा. तेंदुआ ने एक मुर्गी का शिकार किया, लेकिन इस दौरान तेंदुआ आंगन में बने कुएं में जा गिरा.

कुंए में गिरा तेंदुआ

कुएं से बाहर नहीं निकल सका तेंदुआ

कुएं में पानी होने और गहराई ज्यादा होने के कारण तेंदुआ बाहर नहीं आ सका. गुरूवार सुबह उषा यादव जब पानी भरने के लिए कुएं के पास पहुंची तो उसने देखा कि कुएं में लगा मोटर पंप वहां नहीं था. उसने परिवार के अन्य सदस्यों को बताया कि कुएं में लगा मोटर पंप चोरी हो गया है. घर के लोगों ने जाकर देखा तो कुएं में तेंदुआ तैर रहा था और कुएं से पाइप के सहारे निकलने का प्रयास करने के दौरान मोटर पंप कुएं में ही गिर गया था.

तेंदुए को डूबने से बचाने के लिए बांस की चैली

परिजनों ने पहले पड़ोसी को बताया फिर वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी गई. क्षेत्र के वनरक्षक एसके कश्यप ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे चनार गांव से फोन पर सूचना मिली. उच्च अधिकारियों को जानकारी देने के बाद टीम गांव पहुंची. कुएं में तेंदुए को डूबने से बचाने के लिए बांस की चैली बनाकर डाली गई.

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रात में तेंदुए को निकाला जाएगा कुएं से बाहर

तेंदुए के कुएं में गिर जाने के बाद वन विभाग ने उसे रात में बाहर निकालने की योजना तैयार की है. परिसर चनार के वनपाल बालसिंह कावड़े ने बताया कि दिन के समय तेंदुए को कुएं से बाहर निकालना खतरनाक हो सकता है. बाजार का दिन है और गांव में लोगों की आवाजाही ज्यादा है. ऐसे में यदि तेंदुए को बाहर निकाला जाता है तो वह इधर-उधर जा सकता है और लोगों पर हमला भी कर सकता है. इसलिए रात के समय कुएं में सीढ़ी डालकर तेंदुए को बाहर निकाला जाएगा. उन्होंने बताया कि यह मादा तेंदुआ है, जो लगभग सात साल की है. तेंदुए के आरेंज एरिया 451 से आने की संभावना है.

पहले भी गांव में आता रहा है तेंदुआ

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में तेंदुआ अक्सर आता है. इससे पहले भी गांव में घुसकर वह मुर्गी का शिकार कर चुका है. ग्रामीण नारायण यादव ने बताया कि 15 दिन पहले शाम करीब साढ़े छह बजे तेंदुआ गांव में पहुंचा था. दीवार पर बैठे तेंदुए ने एक बच्चे के ऊपर से छलांग लगा दी थी, जिसके बाद बच्चे डर गए थे. तेंदुआ काफी देर तक झाड़ियों में छिपा हुआ था. इस दौरान बच्चों को घर के अंदर कर दिया गया था. कुछ देर बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग निकला. उन्होंने बताया कि ग्रामीण सदाराम ने घर में मुर्गियों को उनके टोकरी में रखा था, जिसे खींचकर तेंदुए ने बाहर निकाल लिया था. लेकिन वह मुर्गी के शिकार में सफल नहीं हो सका था.

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