कांकेर : नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की युवतियां अब बर्फीले पर्वतों को लांघने के लिए तैयार है. जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर एक खैरखेड़ा गांव (Kanker daughters conquered the snowy mountains) है.जहां एक निजी गोटुल खेल एकेडमी हैं. वहां के 3 लड़कियों ने हिमाचल के "देव टिब्बा" पहाड़ी को फतह किया है. इस पहाड़ की ऊंचाई 6001 मीटर है . गौरतलब हो कि देव टिब्बा पर्वतमाला जिसकी ऊंचाई 6001 मीटर वहीं दूसरा पर्वत इंद्रासन है जिसकी ऊंचाई 6221 मीटर है.
कांकेर की बेटियों ने किया बर्फीली पहाड़ों को फतह - group of mountaineers from kanker
कांकेर की बेटियों ने कमाल किया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र की बेटियों ने हिमाचल के देव टिब्बा पहाड़ी को फतह किया (Kanker daughters conquered the snowy mountains) है.
कब हुआ था दल रवाना :छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से पर्वतारोहियों का एक दल रवाना हुआ (group of mountaineers from kanker) था. 21 जुलाई को देव डिब्बा पर्वत फतह और 22 जुलाई को इंद्रासन पर्वत में फतेह किया. बता दें कि इंद्रासन पर्वत जिसकी ऊंचाई 6221 मीटर है. इस पर्वत को पहली बार फतह करने वालों में छत्तीसगढ़ की बेटियों का नाम आ चुका है.
किसके सहयोग से हुआ अभियान :कोच बंशी नेताम ने बताया कि ''पर्वतारोहण अभियान छत्तीसगढ़ शासन की विशेष सहयोग से संभव हुआ और नवोदित समाज सेवी संस्था चारामा जिला कांकेर छत्तीसगढ़ और गोटूल स्पोर्ट्स अकैडमी (gotool sports academy chhattisgarh) द्वारा पर्वतारोहण में मदद किया गया. इस पर्वतारोहण अभियान में कोच एवं प्रशिक्षक बंसीलाल नेताम के साथ आरती कुंजाम, कल्पना भास्कर, दसमत वटी ने हिस्सा लिया था. बता दें कि टीम के कोच बंशी नेताम कुछ साल पहले काला नाग पर्वत की चढ़ाई कर चुके हैं और वे अब एवरेस्ट की चढ़ाई करना चाहते हैं.