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कांकेर: नरहरपुर ब्लॉक में पहुंचा हाथियों का दल, फसलों को पहुंचाया नुकसान

कांकेर में नरहरपुर ब्लॉक के मुरुमतरा गांव के पास 25 हाथियों के दल ने दस्तक दी है. हाथियों ने जंगल के किनारे खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. वन विभाग ने ग्रामीणों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की है. वन विभाग की टीम लगातार हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी हुई है.

elephants destroying crops in narharpur block kanker
नरहरपुर ब्लॉक में पहुंचा हाथियों का दल

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Published : Sep 17, 2020, 1:29 PM IST

कांकेर:जिले के नरहरपुर ब्लॉक में एक बार फिर हाथियों के दल ने दस्तक दी है. मुरुमतरा गांव के नजदीक 25 हाथियों का दल बुधवार देर रात पहुंचा. हाथियों ने खेतो में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. इस इलाके में हाथियों के दल के पहुंचने के बाद वन विभाग अलर्ट है.

नरहरपुर ब्लॉक में पहुंचा हाथियों का दल

धमतरी के जंगलों के रास्ते हाथियों का दल बुधवार देर रात मुरुमतरा गांव के पास पहुंच गया. जिसकी जानकारी ग्रामीणों को लगते ही उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. हाथियों के मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है. हाथियों ने फिलहाल बस्ती की तरफ रूख नहीं किया है. जंगल के किनारे खेतों में लगी फसलों को हाथी नष्ट कर रहे हैं. वन अमले ने लोगों से घरों से न निकलने की अपील की है और सावधान रहने के लिए कहा है.

कुछ महीने पहले हाथियों का झुंड इसी गांव में आया था. हाल में आए इन हाथियों ने ग्रामीणों और वन विभाग की चिंता बढ़ा दी है. फसल बर्बाद होने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं.

पढ़ें- SPECIAL: 'सजग' के सायरन से ग्रामीणों को मिलेगी हाथियों की जानकारी

बता दें कि गरियाबंद से मगरलोड के रास्ते धमतरी जिले में आने के बाद हाथियों का दल केरेगांव वनपरिक्षेत्र के आसपास मौजूद था. मंगलवार को हाथियों का यह दल धमतरी सिहावा-मुख्य मार्ग पर केरेगांव के पास मेन रोड के पास ठहर गया था . बीच-बीच में दल के हाथियों को मेन रोड पर टहलते देखा गया. जिसके कारण वन विभाग को बार-बार सड़क पर आवाजाही बंद करना पड़ा. इस तरह पूरे दिन में कई घंटों तक हाथियों के कारण ये रोड बंद रहा.

ग्रामीणों को अलर्ट करने बनाया जा रहा हाईटेक सायरन

सूरजपुर में वन विभाग ग्रामीणों को हाथियों से अलर्ट करने हाईटेक सायरन का प्रयोग कर रहा है, जो हर ग्राम पंचायत में लगाए जाएंगे. शुरुआत में कुछ ग्राम पंचायतों में इसका प्रयोग किया जा रहा है, प्रयोग सफल होने पर सभी क्षेत्रों में इन सायरन की मदद से हाथी-इंसान के बीच हो रहे संघर्ष को कम किया जाएगा.

वन विभाग मोबाइल से ही संबंधित ग्राम पंचायत के सायरन को एक्टिव कर देगा. जिसकी आवाज सुनते ही ग्रामीण सतर्क हो जाएंगे और खुद को सुरक्षित कर लेंगे. पहले हाथियों के आने की जानकारी के लिए वन विभाग को गांव तक पहुंचने में देर हो जाती थी, ऐसे में सायरन के माध्यम से हाथियों के रुख की जानकारी पहले से ही गांव के लोगों को मिलेगी. फिलहाल वन विभाग की कार्यशैली से नाराज रहने वाले ग्रामीण इस प्रयोग से वन विभाग की तारीफ करते नजर आ रहे हैं.

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