कांकेर: जिले के अंतागढ़ में शांति फाउंडेशन नाम से संचालित एक संगठन ने मानसिक रूप से बीमार बेसहारा महिलाओं की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेकर एक नेक पहल की शुरुआत की है. ये फाउंडेशन मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं को खोजकर महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग की मदद से उनके बेहतर के इलाज के लिए जुटा हुआ है.
हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसमें मानसिक रूप से विक्षिप्त एक गर्भवती महिला को इस संगठन के द्वारा अंतागढ़ में घूमते देखा गया. महिला की हालत देखकर उसे तत्काल अंतागढ़ स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी देखभाल संगठन और अस्पताल स्टाफ की ओर से की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक महिला अंतागढ़ में अकेले घूम रही थी. सूचना पर फाउंडेशन के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर महिला से पूछताछ की, लेकिन महिला कोई भी जवाब नहीं दे पा रही थी. महिला की स्थिति देखकर जाहिर था कि वो गर्भवती है. ऐसे में फाउंडेशन के सदस्यों ने महिला को अन्तागढ़ स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां उसके आठ माह से गर्भवती होने की जानकारी मिली. फिलहाल महिला के परिजनों का पता नहीं चल पाया है. पुलिस परिजनों की खोजबीन में लगी है. वहीं महिला को बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर रेफर करने की बात भी कही जा रही है.
पहले भी कर चुके हैं मदद
संगठन के सदस्यों ने बताया कि महिला इसी तरह विक्षिप्त हालात में घूमते हुई मिली थी, जिसे प्रशासन की मदद से बिलासपुर भेजा गया था. जहां की डॉक्टर जरीना सिद्दीकी से प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला की स्थिति पहले से अब काफी बेहतर है.