कांकेर:होली के दिन छ्त्तीसगढ़-महाराष्ट्र बार्डर पर गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें 5 नक्सलियों के मारे जाने की खबर सामने आई थी. मारे गए नक्सलियों में एक की पहचान कुख्यात नक्सली भास्कर हिचामी के रूप में हुई है. भास्कर पर 25 लाख का इनाम घोषित था. उसके खिलाफ 78 हमले और 41 हत्या के मामले दर्ज थे. पुलिस पिछले कई साल से उसकी तलाश में जुटी थी. पिछले 3-4 दिनों से इलाके में सुरक्षा बल की C-60 कमांडो का ऑपरेशन जारी था, ये एनकाउंटर भी उसी ऑपरेशन का हिस्सा था.
मारे गए अन्य दो नक्सलियों पर 10 लाख का इनाम घोषित था. इसके अलावा अन्य दो नक्सलियों पर 2-2 लाख का इनाम था. मारे गए नक्सलियों में 3 महिला नक्सली भी शामिल है.
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मारे गए नक्सली
रुषी रावजी उर्फ पवन की उम्र 46 साल थी. भास्करजवेली पुलीस स्टेशन जारावंडी उत्तर गढ़चिरौली में DKSZC (दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी) के सदस्त के रूप में काम कर रहा था. उसके खिलाफ कुल 155 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें हत्या के 41, पुलिस पर हमले के 78, डकैती का 1, आगजनी के 16 और अन्य गंभीर अपराधों के लिए 19 केस हैं. सरकार ने उसपर कुल 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
नक्सली राजु उर्फ सुखदेव बुद्धेसिंग नेताम की उम्र 32 साल थी. मरकेगांव, पुलिस स्टेशन सावरगांव के टिपागढ़ एलओएस में डिप्टी कमांडर के रूप में काम कर रहा था. उस पर कुल 14 मामले दर्ज हैं. जिनमें हत्या के 5, पुलिस पर हमले के 3, आगजनी के 3, डकैती के 1 और अन्य गंभीर अपराधों के लिए 2 केस हैं. सरकार ने उसपर कुल 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
मुठभेड़ के बाद बरामद समान महिला नक्सली अमर मुया कुंजाम की उम्र 30 साल थी. जागरगुड़ा बस्तर एरिया के कसनसुर एलओएस में सदस्य के रूप में काम कर रही थी. उसपर कुल 11 मामले दर्ज हैं. इनमें मुठभेड़ के 8 और अन्य गंभीर अपराध के 3 मामले शामिल हैं. सरकार ने उसपर कुल 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
महिला नक्सली है सुजाता उर्फ कमला उर्फ पुनिता गावड़े उर्फ आजाम की उम्र 38 साल थी. कापेयंचा सब पुलिस स्टेशन राजाराम (खा) के प्लाटून नंबर 15 में सदस्य के रूप में काम कर रही थी. उसके खिलाफ कुल 31 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें हत्या के 11, पुलिस पर हमले के 11 और अन्य गंभीर अपराधों के 9 केस दर्ज हैं. सरकार ने उसपर 4 लाख का इनाम घोषित किया था.
नक्सली अस्मीता उर्फ सुखलु पदा की उम्र 28 साल थी. गुर्रेकसा सब पुलिस स्टेशन कटेझरी टिपागड़ एलओएस में सदस्य के रूप में काम कर रही थी. उसके खिलाफ कुल 11 मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या के 1, पुलिस पर हमले के 5, आगजनी के 2 और अन्य गंभीर अपराधों के 3 मामले शामिल हैं. सरकार ने उसपर 2 लाख का इनाम घोषित किया था.
पहले भी हुआ था मुठभेड़
नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले के कोरपर्शी जंगल में पुलिसकर्मियों और नक्सलियों के बीच 24 दिन पहले भी एक बड़ी मुठभेड़ हुई थी. करीब 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में एक C-60 कमांडो शहीद हुए थे. जबकि कुछ जवान घायल भी हुए थे. मुठभेड़ की जगह पर कमांडो के फंसे होने की सूचना भी मिली थी, जिसके बाद उन्हें निकालने के लिए एयरफोर्स से मदद मांगी गई थी. महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित कोरपर्शी जंगल में C-60 जवानों पर यह हमला तब हुआ था जब वे कुछ गांवों में तलाशी अभियान चला रहे थे. इन गांवों में भारी संख्या में नक्सलियों के पहुंचने की जानकारी मिली थी. इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी हुई. मौके पर कांकेर पुलिस के 270 से ज्यादा जवानों को भेजा गया था.