कांकेर/पखांजूर:छत्तीसगढ़ में हो रही धान खरीदी में देरी से किसान परेशान हैं. कांकेर के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. सरकारी की बेरूखी और घर की जरूरतों की मजबूरी में किसान अपनी फसल समर्थन मूल्य के आधे रेट यानी 1250 रुपये में बेचने को मजबूर हो गए हैं.
परलकोट क्षेत्र में धान की फसल की कटाई अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही शुरू हो जाती है. यहां के किसान फसल की कटाई होते ही तत्काल खेत में मक्के की फसल लगाते हैं. ताकि समय पर ही फसल की कटाई की जा सके. इस बार कोरोना संकट के कारण किसानों ने किसी तरह फसल तैयार की और धान खरीदी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन धान खरीदी का समय नवंबर से बढ़ा कर 1 दिसंबर कर दिया गया. जिसके कारण अब किसान आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. अगली फसल के लिए उनके पास पैसे नहीं है. जिसके कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.