कांकेर: जिला अस्पताल को जल्द ही स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिलेंगे. कलेक्टर चंदन कुमार जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ये बातें कही. कुमार ने जिला अस्पताल में मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने भविष्य में अस्पताल के विस्तार को देखते हुए उपलब्ध भूमि पर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की योजना पर भी चर्चा की.कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में कुछ मूलभूत समस्याएं हैं, जिसका निराकरण किया जाना आवश्यक है.
अधिकारी ने बताया कि लगातार यह जानकारी मिल रही थी कि अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण बहुत अधिक संख्या में मरीजों को जिला अस्पताल से रेफर किया जा रहा है.इस समस्या को देखते हुए आठ प्रकार के विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती के लिए विज्ञापन शीघ्र जारी किया जाएगा और लगभग एक से दो माह में भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी. जिससे जिले के किसी भी मरीज को उपचार के लिए बाहर जाना न पड़े और उसे कांकेर में सभी चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सके.
सुविधाओं को बनाया जाएगा बेहतर
जिला अस्पताल में वर्तमान में सोनोग्राफी, एक्सरे, डायलेसिस, फिजियोथैरेपी जैसी सुविधाएं मिल रही है. जिला प्रशासन का ध्यान अब इन सुविधाओं को और बेहतर बनाने की ओर है. कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि अस्पताल के ओपीडी, केजुअल्टी, मदर एंड चाइल्ड के लिए पर्याप्त जगह व संरचना का होना आवश्यक है, जिससे अच्छी सुविधा मरीजों को मिल सके. डायलेसिस की सुविधा अस्पताल में उपलब्ध है, लेकिन उसे और बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जाना है.
'मेडिकल कॉलेज की स्थापना को ध्यान में रखकर की जा रही तैयारी'
कांकेर जिले में मेडिकल कालेज की खोलने की घोषणा की जा चुकी है, जिसके लिए जगह भी आवंटित की जा चुकी है. जिला प्रशासन अब इस बात को ध्यान में रखकर तैयारी में जुटा हुआ नजर आ रहा है. कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि जल्द ही कांकेर में मेडिकल कॉलेज शुरू होने जा रहा है. मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए कम से कम 200 बिस्तर के अस्पताल की जरूरत होती है. जिसे देखते हुए जिला अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ानी पड़ेगी. विशेषज्ञों की नियुक्ति भी इसी बात को ध्यान में रखकर की जा रही है. योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है, जिसका लाभ जल्द कांकेर जिले व आसपास के जिले के लोगाें को मिल सकेगा.
जगह की कमी के कारण रूका ट्रामा सेंटर का कार्य