कांकेर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से और देश में लॉक डाउन के बीच आवश्यक कार्य के लिए जिले से बाहर जाने प्रदेश सरकार ने ई पास की सुविधा जनता को दी है. लेकिन लोगों के छोटे-छोटे कार्यों के लिए ई-पास में आवेदन किए जा रहे हैं. कांकेर पुलिस के पास 7 अप्रैल से अब तक कुल 1हजार 250 आवेदन ई-पास के लिए आए हैं. जिसमें से 880 से अधिक आवेदन गैर जरूरी होने की वजह से रिजेक्ट कर दिए गए हैं.
लॉकडाउन के बीच ई-पास के लिए 1200 से ज्यादा आवेदन, 800 रिजेक्ट
कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आवश्यक कार्यों से जैसे मेडिकल इमरजेंसी, राशन व्यपारियों, किसानों को एक जिले से दूसरे जिले तक जाने में दिक्कतें आ रही थीं, इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने कोविड 19 ई पास नाम का एक एप लॉन्च किया है. जिसके जरिए लोग आवश्यक कार्य के लिए आवेदन कर सकते हैं. जिस पर पुलिस विभाग ने ई-पास जारी किया जा रहा है.
लॉकडाउन के कारण आवश्यक कार्यों से जैसे मेडिकल इमरजेंसी, राशन व्यपारियों, किसानों को एक जिले से दूसरे जिले तक जाने दिक्कतें आ रही थी, जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने COVID 19 ई पास नाम का एक एप जारी किया था. जिसके जरिए लोग आवश्यक कार्य के लिए आवेदन कर सकते हैं. जिस पर पुलिस विभाग ने ई-पास जारी किया जा रहा है. लेकिन एएसपी कीर्तन राठौर ने इस पर सख्ती बरतते हुए 1हजार 230 आवेदन में 880 आवेदन निरस्त कर दिए है. एएसपी ने सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी, व्यपारियों, किसानों को ही अनुमति दी गई है.
बाहर पढ़ रहे बच्चों को लेने जाने वालों की संख्या बढ़ी
लॉकडाउन के बीच ई-पास के लिए शहर से बाहर पढ़ रहे अपने बच्चों को लेने जाने वालों के आवेदन करने के कई आवेदन आए हैं. लेकिन इस तरह के आवेदन को निरस्त कर दिया गया है.
केवल 350 लोगों का आवेदन हुआ स्वीकृत
एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि जो लोग आवश्यक कार्य के लिए आवेदन किए है उन्हें ही अनुमति दी गई. अब तक जिले में 350 लोगों को ई-पास दिया गया है. बाकी आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं.