कांकेर:कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सरकार के सामने दोहरा संकट खड़ा हो गया है. एक ओर जहां प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में प्रदेश के करीब 13 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी है. जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी कर रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (नेशनल हेल्थ मिशन) के कर्मचारी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार से एक सूत्रीय मांग को लेकर NHM के संविदा स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल कर रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से जिले की स्वास्थ्य सेवा पर प्रभाव पड़ सकता है.
नियमितीकरण नहीं होने से नाराज नेशनल हेल्थ मिशन के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर - workers of nhm on strike
नियमितीकरण की मांग पूरी नहीं होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शनिवार से हड़ताल शुरू कर दी है. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से जिले की स्वास्थ्य सेवा पर प्रभाव पड़ सकता है.
नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मियों का कहना है कि उन्हें भूपेश सरकार ने नियमितीकरण का वादा किया था. जिसे सरकार भूल गई है. कोरोना काल मे दिन रात एक कर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों में सरकार के अनदेखी के कारण आक्रोश है. कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार मांग पूरा नहीं करती हड़ताल जारी रहेगी.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था. जिसे सरकार ने अभी तक पूरा नहीं किया है. इसे लेकर NHM कर्मचारी संघ ने सरकार को 13 सितंबर तक अपने मांगों पर विचार करने का समय दिया था. इस बीच कर्मचारियों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर काम करते हुए पूरे प्रदेश में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन भी किया था.