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काले झंडे दिखाने वाले भी कह सकते हैं अपनी बात: सीएम भूपेश

छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल बस्तर के दौरे पर (CM Bhupesh press conference) हैं. जहां पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर बड़ी बात कही है. सीएम ने कहा है कि काले झंडे दिखाने वाले लोगों को भी अपनी बात कहने का हक है.

CM Bhupesh press conference
सीएम भूपेश की प्रेसवार्ता

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Published : Jun 4, 2022, 3:11 PM IST

Updated : Jun 4, 2022, 7:11 PM IST

कांकेर :छत्तीसगढ़ केमुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel in Kanker) कांकेर के दौरे पर हैं.इस दौरान उन्होंने कहा कि '' भाजपा के लोग काले झंडे दिखाने आ रहे है, उनका स्वागत है, आकर अपनी बात रख सकते हैं, मैं शासकीय योजनाओं का फीड बैक लेने आया हूं. राजनीतिक सवाल भाजपा वालों से हम भी कर सकते हैं. पेट्रोल के दाम ,गैस के दाम क्यों बढ़ रहे हैं. ये सवाल मैं भी पूछना चाहता हूं. राशनकार्ड का लाभ सभी ग्रामीणों तक पहुच रहा हैं, पहले राशनकार्ड न बनने की शिकायत सबसे ज्यादा थी.

सीएम भूपेश ने केंद्र को घेरा : मुख्यमंत्री ने राज्य में खाद की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि ''केंद्र समय पर उर्वरक नही दे रहा है. केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. केंद्र सरकार समय पर न कोयला उपलब्ध करवा पा रही है. देश में 1 हजार से ज्यादा ट्रेनें इसके कारण रदद् हो गई.सरकार खुद रेल रोकने में लगी हुई है. छतीसगढ़ में भी 44 ट्रेनें रदद् हो गई. महंगाई बढ़ाने और अव्यवस्था बढ़ाने का काम केंद्र सरकार कर रही (CM Bhupesh surrounded the center) है.''

अंतागढ़ को जिला बनाने का फैसला नहीं : मुख्यमंत्री (CM Bhupesh Baghel ) ने भानुप्रतापपुर,अन्तागढ़ जिले बनाये जाने की मांग पर अभी फैसला नही लेने की बात कही. उन्होंने आगे कहा कि ''बस्तर में लोग पहले डरे हुए रहते थे, आज बस्तर में खुशहाली लौट रही है. सड़क,पुल के अलावा धान खरीदी केंद्र और बैंक की मांग बढ़ रही है.बस्तर के अंदरूनी इलाकों के लोग अब जागरूक हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- जो हसदेव का विरोध कर रहे हैं, पहले वो अपने घर की बिजली काटें: सीएम बघेल

हसदेव मामले में बिफरे मुख्यमंत्री : मुख्यमंत्री ने हसदेव अरण्य (CM Bhupesh Baghel on Hasdev Aranya) मामले में कहा कि ''हसदेव में कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं, जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. वो अपने घरों की बिजली पहले बन्द कर दें. कोयला चाहिए तो खदान तो चलना पड़ेगा. जितना जरुरत है उतना ही कोयला दिया जाएगा. इस साल 8 हजार पेड़ कटेंगे. हल्ला 8 लाख का कर रहे हैं. विरोध करने वाले घर के एसी, कूलर ,पंखे, फ्रिज बन्द कर दें. फिर मैदान में आकर लड़े.''

Last Updated : Jun 4, 2022, 7:11 PM IST

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