कांकेर: स्कूल बंद होने से शिक्षा व्यवस्था पर व्यापक असर पड़ा है. ऐसा ही मामला उस समय देखने को मिला, जब चाइल्ड लाइन की टीम ने सांप दिखाकर भिक्षावृत्ति कर रहे दो बच्चों को रेस्क्यू किया. पूछताछ में पता चला है कि बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया गया है. लेकिन स्कूल बंद होने के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. जिसके कारण बच्चे भिक्षावृत्ति के काम में लग गए हैं. रेस्क्यू किए गए बच्चों की उम्र लगभग 8 से 12 साल के बीच है.
शहर में मंगलवार को पुलिस थाने के आसपास तीन नाबालिग बच्चे हाथों में सांप की टोकरी लिए भिक्षावृत्ति कर रहे थे. बच्चों को दुकान में जाकर भिक्षावृत्ति करता देख वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग को दी. विभाग द्वारा इसकी सूचना चाइल्ड लाइन की टीम को दी गई. जिसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम मौके पर पहुंची और टीम ने दो बच्चों को रेस्क्यू किया.
चाइल्ड लाइन के समवयक अमित बघेल ने बताया कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी, रीना लारिया के माध्यम से सूचना मिली थी कि बस स्टैंड के पास दो-तीन बच्चे बच्चे सांप दिखाकर भिक्षावृत्ति कर रहे हैं. जिस पर अमित बघेल सहित टीम मौके पर पहुंची. जहां दुकानों में बच्चे सांप दिखाकर पैसा ले रहे थे.
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