कांकेर: जिले के भानुप्रतापपुर के ग्रामीणों ने पहले नक्सलियों की प्रताड़ना से तंग आकर गांव छोड़ा और अब नक्सल पीड़ित परिवार का प्रमाण पत्र लेने के लिए भटक रहे हैं. पीड़ित भुवन लाल भुआर्य ने ETV भारत से कहा ''भानुप्रतापपुर में 100 नक्सल पीड़ित परिवार हैं. 50 लोगों को नक्सल पीड़ित का प्रमाण पत्र नहीं मिला है. लंबे संघर्ष के बाद हमारा प्रमाण पत्र बना है, लेकिन भानुप्रतापपुर एसडीओपी कार्यालय में नक्सल पीड़ित संघ के अध्यक्ष और मुंशी उस प्रमाण पत्र को देने के लिए पैसों की मांग करते हैं.
नक्सल पीड़ित को हाईकोर्ट के आदेश के मुताबित पीड़ित प्रमाण पत्र मिलना है. अब तक हम लोगों को प्रमाणपत्र नहीं मिला है. पीड़ित परिवारों को मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं मिल रही है. ना हमको जमीन मिली है ना घर और ना ही नौकरी. हमें घर परिवार चलाने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है."
कांकेर में नक्सलियों ने फिर किया आईईडी ब्लास्ट, अब तक नक्सलियों के हमले में तीन जवान घायल
'14 साल से प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे'