कांकेरः जिले में एक नाबालिग पहले समाज के रक्षक पुलिस सब इंस्पेक्टर (Police Sub Inspector) की हवस की शिकार हुई. इस केस में पीड़िता के केयर टेकर की जिम्मेदारी निभा रहे शख्स पर गंभीर आरोप लगा है. रेप पीड़िता को आर्थिक सहायता राशि खाते में जमा कराई गई थी. उस खाते में से रकम निकासी का आरोप केयर टेकर पर लगा है.
सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाले पर आरोप
वहीं, दुष्कर्म की घटना के बाद राज्य सरकार (State Government) द्वारा पीड़िता को दिए गए सहायता में से बड़ी राशि उसके रक्षक बने लोगों ने ही आहरित कर लिया है. ऐसा आरोप गांडा गंधर्व समाज के प्रदेश अध्यक्ष (State President Of Ganda Gandharva Samaj) उमाकांत टांडिया ने लगाया है. इसकी शिकायत भानुप्रतापपुर थाने में समाज के द्वारा की गई है.
दुष्कर्म की घटना के बाद गांडा गन्धर्व समाज के एक पदाधिकारी जो कि पेशे से शिक्षक है. उसे सीडब्ल्यूसी ने पीड़ित बालिका को संरक्षण में रखने दिया था. जिसे इस शिक्षक ने अपने घर पर रखा है. इसी बीच पीड़िता को शासन से मिली मदद राशि जो उसके खाते में आए थे उसमें से सवा लाख रुपए एटीएम के माध्यम से आहरित किए गए. 22 अक्टूबर को पीड़िता के खाते में सीडीएम से 96000 जमा कराए गए. ट्रांजैक्शन में जिस मोबाइल नंबर का उपयोग किया गया वह दुष्कर्म के आरोपी एसआई के पिता का नंबर है. इस खुलासे के बाद से पूरे जिले में इस में हड़कंप है. समाज के पदाधिकारियों ने बालिका को संरक्षण में रखने वाले शख्स पर कार्रवाई की मांग की है.
एसपी शलभ सिन्हा ने कही जांच के बाद कार्रवाई की बात
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि मार्च 2021 में किशोरी लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था. इस केस में पुलिसकर्मी किशोर तिवारी को बर्खास्त किया गया था. इस केस में अभी समाज के पदाधिकारी की तरफ से यह शिकायत मिली है कि जो पीड़िता के खाते में सहायता राशि जमा कराई गई है. उसमें से पैसे आहरित किए गए उसके अलावा उनके खाते में पैसे जमा कराए गए हैं. इसकी जानकारी पीड़िता को नहीं है. पुलिस का कहना है कि समाज के पदाधिकारियों के अनुसार समाज के ही संरक्षण में पीड़िता रह रही थी. पैसे और खाते की जानकारी भी समाज के लोगों को है. अगर पीड़िता की जानकारी के बिना पैसे निकाले गए हैं और जमा कराए गए हैं. उसकी जांच की जा रही है. बैंक के ट्रांजेक्शन के जो डिटेल हमे मिले हैं हम उस आधार पर जांच कर रहे हैं. पैसे का आहरण किस कंडीशन में हुआ है. उसकी जांच जारी है. जो भी निष्कर्ष निकलेगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
गांडा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग
गांडा समाज के प्रदेश अध्यक्ष उमाकांत टांडिया ने कहा है कि, कुछ दिनों से रक्षक और भक्षक का विषय हमारे सामने आ रहा है. एक रेप पीड़िता है उसको हमारे समाज के एक व्यक्ति ने संरक्षण दिया था. लेकिन उस व्यक्ति ने पीड़िता की जानकारी के बैगर उसके खाते से आर्थिक सहायता की राशि को निकाल लिया है. इसके राशि आहरण की जानकारी लोगों को लगी तो उसने आरोपी के परिवार से पैसे लेने का प्रयास किया. जो स्टेटमेंट में दिख रहा है. हम संरक्षक पर तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर हम एसपी साहब के पास आए थे. वह पीड़िता पर हमला भी कर सकता है ऐसी आशंका लगती है. वह साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ भी कर सकता है. ऑडियो वायरल होने के मामले में उमाकांत टांडिया ने कहा कि उसमें जो आवाज है वह संरक्षक की बताई जा रही है. उमाकांत टांडिया ने कहा कि पीड़िता को अपने घर में रखकर संरक्षक आरोपी के परिवार से डील करने का काम कर रहा है. इस संरक्षक आरोपी पर पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
सोहन पोटाई ने संरक्षक पर सख्त एक्शन की मांग की
सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष सोहन पोटाई ने कहा कि, इस घटना में जो आरोपी है उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिसकर्मी बर्खास्त हुआ है. लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुआ है. आरोपी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सोहन पोटाई ने कहा कि एक ऑडियो मिला है आज इसी सम्बन्ध में समाज के साथ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई है. दुष्कर्म पीड़ित बेटी के सहयोग राशि के साथ डील किया जा रहा है. जो सरासर गलत है. पुलिस को जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करना चाहिए. इस ऑडियो में ये भी कहा है कि सोहन पोटाई के चार गुंडे पीड़िता के साथ है. उसे एक लाख रुपये चाहिए. जिस अपराधी को पकड़ने के लिए हम लोग लगातार मांग कर रहे हैं उस अपराधी के साथ संरक्षक से संपर्क हो रहा है. उससे पैसे की बात हो रही है. पीड़िता को जो आर्थिक सहायता मिला है उसमें से आहरण हो रहा है. वो भी पीड़िता की जानकारी के बिना इसलिए हमने इसकी शिकायत पुलिस से की है.
संरक्षक शिक्षक और आरोपी एसआई के पिता के बीच वायरल ऑडियो में बातचीत के अंश, ईटीवी भारत इस वायरल ऑडियो और बातचीत की पुष्टि नहीं करता
पर्सन 1 – जी बताईए।
पर्सन 2 – दिल्ली से हमारे अधिकारी आए थे ढींगरा साहब, उनके साथ था इसलिए नहीं उठा पाया, बताइए.