कांकेर: भानप्रतापपुर में तालाब में डूबने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. परिजनों ने शव के पोस्टमार्टम के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि क्वाटर और एक बोतल शराब की डिमांड की गई है.
डॉक्टर ने पोस्टमार्टम के लिए मांगी शराब क्या है पूरा मामला: दो दिन पहले भानुप्रातपुर के दमकसा चौकी में आने वाले ग्राम तरहुल के 55 वर्षीय ग्रामीण की तालाब में डूबने से मौत हो गई थी. जिसके शव को भानुप्रतापपुर शासकीय अस्पताल में लाया गया था. मृतक के परिजनों और उस क्षेत्र के जनपद सदस्य देवेंद्र टेकाम ने आरोप लगाया है कि "पहले तो शाम हो जाने पर शव को रखने के दौरान डॉक्टर ने बेहद अपमानजनक व्यवहार किया. फिर दूसरे दिन जानबूझकर पोस्टमार्टम में देरी की गई. जो पोस्टमार्टम सुबह होना था, उसे टालमटोल कर दोपहर 2 बजे किया गया.
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पहले शराब, फिर पोस्टमार्टम: परिजनों ने आरोप लगाया कि "भानुप्रतापपुर शासकीय अस्पताल में नियुक्त स्वीपर छुट्टी में था. शव का पोस्टमार्टम करने के लिए परिजनों ने डॉक्टर के सुझाए हुए बाहरी स्वीपर को बुलाया. उस स्वीपर ने पहले तो इस काम के लिए 4 हजार की मांग की. फिर स्वीपर ने शराब की मांग की. परिजनों ने अंग्रेजी शराब के तीन क्वार्टर ला कर दिए. स्वीपर ने कहा कि यह तो केवल मेरे लिए है. डॉक्टर साहब के लिए एक बंपर और लगेगा. परिजनों के पास इतनी रकम नहीं थी. ग्रामीणों ने इधर उधर से मांग कर व्यवस्था की और एक बोतल शराब लाकर दिया. जिसके बाद पोस्टमार्टम शुरु किया गया." इस मामले में डॉक्टर ने ऐसी कोई घटना होने से इनकार कर दिया है.
उचित रख रखाव के अभाव में मशीने हो रही खराब: लगभग एक माह पूर्व ही कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने भानुप्रतापपुर शासकीय अस्पताल का दौरा किया था. अस्पताल में शव रखने के लिए दो दो फ्रीजर होने के बावजूद उचित रख रखाव का अभाव देखा गया. जिसकी वजह दोनों काम नहीं कर रहे थे. इस पर कलेक्टर ने तत्काल फ्रीजरों को सुधारने के निर्देश दिए थे. परन्तु उसके बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया गया. जिससे जरूरत पड़ने पर भारी परेशानी उठानी पड़ती है.