भानुप्रतापपुर: उपचुनाव में आज फैसले की घड़ी है. सभी को फाइनल नतीजों का इंतजार है. कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. साल 2013 में कांग्रेस के मनोज मंडावी ने यह सीट जीती थी. . 2018 के चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की. मनोज मंडावी के निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं. यदि कांग्रेस यह उपचुनाव जीत जाती है तो इस सीट पर कांग्रेस की लगातार तीसरी जीत होगी.
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आज तक कोई नहीं लगा सका हैट्रिक:साल 1962 में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी. कांग्रेस ने छह बार जीत दर्ज की है. 1985 से कांग्रेस के साथ भाजपा भी मैदान में है. दोनों पार्टी के उम्मीदवारों ने लगातार दो बार तो जीत दर्ज की है, लेकिन हैट्रिक कोई नहीं लगा सका है. पहले चुनाव में निर्दलीय रामप्रसाद पोटाई ने कांग्रेस के पाटला ठाकुर को हराया. 1967 के दूसरे चुनाव में प्रजा सोसलिस्ट पार्टी के जे हथोई जीते. 1972 में कांग्रेस के सत्यनारायण सिंह जीते. 1979 में जनता पार्टी के प्यारेलाल सुखलाल सिंह जीत गए. 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के गंगा पोटाई की जीत हुई. 1990 के चुनाव में निर्दलीय झाड़ूराम ने पोटाई को हरा दिया. 1993 में भाजपा के देवलाल दुग्गा यहां से जीत गए. 1998 में कांग्रेस के मनोज मंडावी जीते. अजीत जोगी सरकार में मंत्री रहे. 2003 में भाजपा के देवलाल दुग्गा फिर जीत गए. 2008 में भाजपा के ही ब्रम्हानंद नेताम यहां से विधायक बने. 2013 में कांग्रेस के मनोज मंडावी ने वापसी की. 2018 के चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की.