कांकेर :अपनी आवाज और अंदाज से सोशल मीडिया के साथ-साथ सेलीब्रिटीज को भी खुद का फैन बना लेने वाला "बचपन का प्यार" (childhood love) फेम सहदेव दिरदो (sahdev dirdo) को आज कौन नहीं जानता. लेकिन बात अगर महज दो माह पहले की करें तो सहदेव को कोई नहीं जानता था. अपने करीब के बच्चे को संगीत के रास्ते बेहतर मुकाम पाते देख अब बस्तर के अंदरूनी क्षेत्र की छात्राएं भी संगीत का प्रशिक्षण (music training) लेकर सुर-ताल में संगीत से अपना नाम रोशन करेंगी. ये बच्चे भी संगीत के क्षेत्र में नाम कमाना चाहते हैं. और इसी का नतीजा है कि नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा में आज संगीत के सुर-ताल गूंज रहे हैं.
संगीत की शिक्षा मिलने की बात सुन छात्राएं उत्साहित
बता दें कि कन्या पूर्व माध्यमिक पाठशाला की कक्षा 6 से 8वीं तक की 60 बच्चियां यहां संगीत का प्रशिक्षण ले रही हैं. संगीत की शिक्षा ले रही छात्रा भूमिका तारम ने बताया कि उसे गीत-संगीत में काफी रुचि है. जब उसे पता चला कि उसके स्कूल कन्या माध्यमिक शाला में गीत-संगीत की शिक्षा मिलेगी तो वह काफी उत्साहित हुई. इन कक्षाओं से बहुत जानकारी प्राप्त की. उसे यह पढ़ाई बहुत ज्यादा अच्छी लगी.
जानिए 'बचपन का प्यार' गाने के सिंगर सहदेव की पूरी कहानी
स्कूलों में गीत-संगीत की लगनी चाहिए नियमित कक्षाएं