कांकेर: जैन समाज के संत आचार्य महाश्रमण की अहिंसा पदयात्रा कांकेर पहुंची. यात्रा के पहुंचने पर संत आचार्य महाश्रमण ने श्रद्धालुओं ने स्वागत किया . स्वागत के बाद सिंगारभाट बाफना लॉन में आचार्य महाश्रमण का प्रवचन का कार्यक्रम हुआ. प्रवचन में बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रवचन का लाभ उठाया .
संत आचार्य महाश्रमण की पदयात्रा पढ़ें:बिलासपुर से इन तीन शहरों के लिए उड़ान जल्द
धर्म के मार्ग पर चलने का दिया उपदेश
अहिंसा पदयात्रा पर संत आचार्य महाश्रमण कांकेर पहुंचे है. आचार्य महाश्रमण प्रवचन का कांकेर में भव्य स्वागत किया गया. स्वागत के बाद आचार्य जी के प्रवचन के कार्यक्रम का भी आयोजन रखा गया है. प्रवचनों को सुनने के लिए भक्तों की भीड़ बड़ी संख्या में देखने को मिली. प्रवचन में आचार्य महाश्रमण ने बताया कि हमें धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए और पाप कर्म से दूर रहना चाहिए. हमारा शरीर जब तक सक्षम होता है तब तक धर्म की साधना करना नहीं चाहते हैं. लेकिन हमें सक्षम रहते ही धर्म की साधना करनी चाहिए. शरीर के अक्षम हो जाने पर साधना करना कठिन हो जाता है. इसलिए जब हमारा शरीर सक्षम होता है तब भी हमे धर्म के मार्ग पर चलते रहना चाहिए.
'इंद्रियों के कमजोर होने से पहले धर्म कार्य करें'
उन्होंने बताया कि बुढ़ापा आने से पहले, बीमारियां हो जाने के पहले और इंद्रियों के कमजोर होने के पहले ही हमे धर्म कार्य कर लेने चाहिए. प्रवचन खत्म होने के बाद पहुंचे भक्तों को प्रसाद दिया गया. कार्यक्रम के बाद आचार्य स्कूल भवन में रात्रि विश्राम करेंगे. कांकेर के बाद नथियानवागांव की ओर आगे बढ़ेंगे.