कवर्धा: जिले के सुदूर वनांचल मे रहने वाले आदिवासियों को बीते छह साल से नहर नाली निर्माण के मुआवजा नहीं मिल पाया है. मुआवजे की मांग को लेकर आदिवासी मंगलवार जिला मुख्यालय पहुंच कलेक्टर से उनके जमीन की मुआवजा राशि देने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर नहर को तोड़ने की चेतावनी भी दी है.
मुआवजे के लिए 6 साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे ग्रामीण, नहर तोड़ने की दी चेतावनी - मुआवजा राशि
मुआवजे की मांग को लेकर आदिवासी पिछले छह साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर से उनके जमीन की मुआवजा राशि देने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर नहर को तोड़ने की चेतावनी भी दी है.
मुआवजे की मांग को लेकर आदिवासी पीछले छह साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है. निवासपुर गांव में 2012 में नहर नाली का निर्माण किया गया था, जिसमें मुआवजा के नाम पर ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. निर्माण कार्य को आज 6 साल बीत गए है, लेकिन अब तक गरीब ग्रामीणों को निर्माण कार्य में उपयोग की गई उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिल पाया है.
कलेक्टर ने जांच की कही बात
प्रशासन भी कुछ किसानों को मुआवजा देकर मौन बैठ गया है. निर्माण कार्य से प्रभावित आदिवासियों के लगातार मांग के बाद भी जलसंसाधन के अधिकारीयों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिल पाया है. वहीं इस पूरे मामले में कलेक्टर ने जांच का हवाला देते हुए जांच टीम की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कारवाई करने की बात कही है.