कवर्धा: स्कूलों में नया सेशन शुरू होने वाला है. उससे पहले कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले स्कूल बसों की फिटनेस जांच की जा रही है. कैंप लगाकर जिले के सभी 36 निजी स्कूलों की बसों की फिटनेस जांची जा रही है. साथ ही बस चालकों और कंडक्टरों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया जा रहा है. जिला परिवहन विभाग, यातायात विभाग और स्वस्थ्य विभाग ने रविवार को जिले के पीजी कॉलेज में शिविर लगा कर स्कूल बसों की फिटनेस जांची. परिवहन विभाग की इस जांच में विभाग को 35 बसों के फिटनेस में कमी मिली है. इसे सुधारने के बाद फिर से 23 जून को फिटनेस जांच कराने का निर्देश दिया गया है.
RTO Fitness Camp: कवर्धा के स्कूलों मे बड़ी लापरवाही, फिटनेस जांच में 35 स्कूल बस फेल
जरा सोचकर देखिए, आप अपने बच्चों को पढ़ने के लिए मोटी फीस चुकाते हैं. बस के इंतजाम के लिए भी जेब ढीली करते हैं ताकि आपका बच्चा सुरक्षित स्कूल आना जाना कर सके. लेकिन जब आपको मालूम चले कि जिस बस से आपका लाडला स्कूल जाता है, वो अनफिट है. यानी उससे सफर करना, आपके बच्चे के लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है. आपकी इसी चिंता को दूर करने के लिए आरटीओ ने नया सेशन शुरू होने से पहले सख्ती बरतनी शुरू की है.
ड्राइवर और कंडक्टर को दी नियमों की जानकारी:शिविर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी ड्राइवर और कंडक्टर के स्वास्थ्य और आंखों की जांच की. जिला परिवहन अधिकारी मोहन साहू ने बताया कि"कलेक्टर के निर्देश का पालन करते हुए परिवहन विभाग की ओर से स्कूल शुरू होने से पहले पीजी कॉलेज मैदान कवर्धा में शिविर लगाकर स्कूल बसों की फिटनेस जांची जा रही है. इसमें उच्चतम न्यायलय की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. इसके अलावा वाहन चालकों को यातायात नियमों की भी जानकारी दी जा रही है."
130 स्कूल बसों में सिर्फ 95 मिले फिट:परिवहन विभाग की ओर से 130 स्कूल बसों की जांच की गई. इसमें सभी के पास फिटनेस प्रमाणपत्र तो वैद्य मिला, लेकिन फिजिकल निरीक्षण के दौरान 95 बस फिट मिले. वहीं 35 स्कूल बसों में कुछ न कुछ कमियां मिलीं. इसके चलते संबधित शैक्षणिक संस्थानों को बसों की कमियां दूर कराने के बाद 23 जून को दोबारा परिवहन कार्यालय में फिटनेस जांच कराने के निर्देश दिए गए. साथ ही जो स्कूल बस जांच कराने शिविर में नहीं पहुंचे हैं, उन्हें भी 23 जून को पीजी काॅलेज ग्राउंड में जांच कराने का निर्देश दिया गया. साथ ही चेतावनी दी गई कि बिना फिटनेस जांच और अन्य दस्तावेज पूर्ण किए बस चलती हुई मिली तो मोटरयान अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.