कवर्धा : भोरमदेव मंदिर के आसपास दुकानदारों ने पहले की ही तरह दुकानों को यथावत रखने की बात कही है. व्यापारियों का आरोप है कि बोड़ला एसडीएम और तहसीलदार अपनी पूरी टीम के साथ बुलडोजर लेकर रविवार शाम पहुंचे और बिना नोटिस सूचना के दुकानों में तोड़फोड़ करने लगे.इस कार्रवाई में दुकानदारों को सामान हटाने का मौका भी नहीं मिला.
दुकानदारों ने किया था विरोध : कार्रवाई के दौरान व्यापारियों ने काफी विरोध भी किया. लेकिन प्रशासन की टीम नहीं रुकी और लगभग 20 दुकानों को तोड़ दिया. इससे नाराज व्यापारी सोमवार को अपने परिवार के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर जन्मेजय महोबे से मुलाकात कर दुकानों की व्यवस्था कराने की बात कही है.
क्यों हुई तोड़फोड़ :दरअसल छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध एतिहासिक भोरमदेव मंदिर मे हर वर्ष होली के 13 दिनों बाद तेरस को जिला प्रशासन की ओर से तीन दिवसीय भोरमदेव महोत्सव का आयोजन किया जाता है. कार्यक्रम में बड़े-बड़े कलाकार कार्यक्रम की प्रस्तुति देते हैं. साथ ही आसपास जिला और प्रदेश से लोग मेला घूमने लोग पहुंचते हैं. लाखों की भीड़ इकट्ठा होती है. इन्हीं सभी कारणों से कार्यक्रम स्थल से भोरमदेव मंदिर तक रास्ते में हुए अवैध अतिक्रमण को प्रशासन की टीम ने कब्जा मुक्त कराया जा रहा है. ताकि बाहर से आने वाले लोगों को कोई समस्या ना हो.