कवर्धा: पांडातराई को 2008 में परिसीमन के बाद नगर पंचायत का दर्जा दिया. नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं, जिसमें 9 पर कांग्रेस का कब्जा है, वहीं 6 पर बीजेपी का कब्जा है. नगर पंचायत में वर्तमान में बीजेपी का अध्यक्ष है. पांडातराई की कुल जनसंख्या 7008 है, इसमें महिला 3465 और पुरुष 3552 हैं. शहर में कुल 5121 मतदाता हैं. इसमें 2536 महिला और 2585 पुरुष मतदाताओं की संख्या है. नगर पंचायत में लगभग समुदाय के लोग रहते हैं.
पांडातराई नगर पंचायत: पार्टी के नाम पर जीतते रहे हैं अध्यक्ष, विकास के नाम पर जीरो
स्थानीय बताते हैं, पांडातराई के वर्तमान अध्यक्ष लोगों की उम्मीदों में खरे नहीं उतर पाए हैं. शहर में बीते 5 साल में कोई नए विकास कार्य नहीं हुए है. बीते पांच साल में विकास के नाम पर शहर में एक पार्क और गौरव पथ निर्माण कराया गया है. तंग गलियां और उसमें पसरी गंदगी शहर की सबसे प्रमुख समस्या है.
स्थानीय बताते हैं, पांडातराई के वर्तमान अध्यक्ष लोगों की उम्मीदों में खरा नहीं उतर पाए हैं. शहर में बीते 5 साल में कोई नया विकास का काम नहीं हुए है. बीते पांच साल में विकास के नाम पर शहर में एक पार्क और गौरव पथ निर्माण कराया गया है. तंग गलियां और उसमें पसरी गंदगी शहर की सबसे प्रमुख समस्या है. शहर में बिजली पानी की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है.
जैसा कि कवर्धा जिले को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है. पांडातराई भी बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां शुरू से ही अध्यक्ष पद पर लगभग बीजेपी का कब्जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के लोग सिर्फ पार्टी को देखकर विधानसभा, लोकसभा के साथ लोकल चुनाव में भी वोट करते हैं. यहीं कारण है कि हर बार यहां बीजेपी का ही अध्यक्ष रहता है. हालांकि बीते चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार यहां से जीतकर आये थे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वो भी बीजेपी में शामिल हो गए थे.