कवर्धा:कवर्धा जिले की पंडरिया ग्राम पंचायत के कुंडा गांव में लोगों का इंतजार खत्म हुआ. लॉक डाउन के लगभग दो हफ्ते बाद गांव में राशन पहुंचा है. ETV भारत ने सामाजिक सरोकार निभाते हुए कुंडा गांव के लोगों के पास राशन और राशन कार्ड न होने की सोमवार शाम खबर दिखाई थी. हमारे जरिए ये खबर जैसे ही जिले के कलेक्टर अवनीश शरण को मिली, उन्होंने 4 घंटे के अंदर ही गांव में राशन की व्यवस्था करा दी.
कुंडा गांव के लोगों को मिला राशन खबर मिलते ही कलेक्टर ने SDM पंडरिया से जानकारी मांगी और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. रात 9 बजे जिले के अधिकारी राशन लेकर कुंडा गांव पहुंचे और टॉर्च की रोशन में सामान बांटा. इस टीम में पंडरिया जनपद CEO, तहसीलदार, सरपंच और सचिव शामिल रहे. इसके बाद खुद अवनीश शरण ने ट्वीट कर राशन बांटे जाने की जानकारी दी.
पंडरिया के कुंडा गांव के लोगों को मिला राशन गांववालों के चेहरे पर आई मुस्कान
राशन पाकर गांववाले बेहद खुश दिखे. उन्होंने ETV भारत का धन्यवाद दिया. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की तरफ से राशन मुहैया कराया गया है, साथ ही जल्द राशन कार्ड बनाए जाने का भी आश्वासन मिला है.
गरीब परिवार के घर जला चूल्हा न राशन मिल रहा था और न बना था राशन कार्ड
यहां रह रहे एक परिवार ने हमें बताया था कि '3 साल पहले तक राशन कार्ड से राशन मिलता था, जो जीने के लिए कुछ सहारा देता था. लेकिन राशनकार्ड नवीनकरण के समय फिंगर प्रिंट नहीं हो पाया, जिसका खामियाजा परिवार तीन साल से झेल रहा है. परिवार वालों ने बताया था कि अगर ये काम करने न जाएं, तो खाना नसीब नहीं होता, लेकिन अब तो हालात ऐसे हो गए हैं, कि कोरोना वायरस ने मानों किस्मत में भूख की लकीर खींच दी हो.
यहां के लोग हर रोज मेहनत मजदूरी करके अपना पेट भरते थे. लॉकडाउन ने इन्हें दाने-दाने को मोहताज कर दिया है. उम्मीद है कि शासन और प्रशासन लगातार इनकी तरफ ध्यान देता रहे.