कवर्धा: दुधमुंहे बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने पीड़ित महिला की एक सहेली को बच्चे के अपहरण करने के अपराध में गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला ने अपनी सुनी गोद भरने के लिए सहेली के बच्चा का अपहरण कर लिया था. लेकिन महिला को जेल जाकर अपने अपराध की कीमत चुकी पड़ी. किडनैप किया गया बच्चा मात्र 22 दिन का था.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, मामला कबीरधाम में जंगल तरेगांव थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव का है. जहां शिवकुमार बैगा की पत्नी पवन कुमारी के 22 दिन के बच्चे को 02 जून की रात अपहरण हो गया. अज्ञात आरोपी रात केसमय बिस्तर से बच्चें को अपहरण कर ले गया. सुबह जब पति-पत्नी की नींद खुली, तो देखा बच्चा बिस्तर में नहीं था. घरवालों ने पहले घर में तलाश किया, फिर पड़ोसी से पुछताछ किया, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला. तब परिजनों ने तरेगांव पुलिस थाना पहुंच कर लिखित शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने पूरे मामले का किया खुलासा: तरेगांव थाना प्रभारी युवराज साहू ने बताया कि "03 जून को प्रार्थी लालू राम बैगा ने थाना आकर शिकायत दर्ज कराई कि उसके 22 दिन का पोता दादू को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपहरण कर लिया गया है. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम बनाकर पता तलाश किया गया. गांव के लोगों से पूछताछ पर पता चला कि खाम्ही गांव की महिला मधु बाई 02 जून के उसके घर आई थी और रात में खाना खाकर सो गई. लेकिन जब सुबह उठे, तो महिला जा चुकी थी. पुलिस को महिला पर संदेह हुआ और पुलिस की टीम संदिग्ध महिला मधु बाई के गांव खाम्ही पहुंची. घर जाकर महिला से पूछताछ करने पर महिला ने पहले पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने महिला के घर की तलाशी ली, तो बच्चा सकुशल बरामद हो गया."
आरोपी महिला ने कबूला जुर्म:पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला मधु बाई ने जुर्म कुबूल किया. उसने बताया कि "बच्चे की मां और वह दोनों का मायका एक ही गांव है. मेरी शादी को तीन वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन मेरा कोई बच्चा नहीं है. जबकि एक साल पहले पवन कुमारी की शादी हुई है और उसे बच्चा हो गया है. इसीलिए मैंने अपनी सुनी गोद को हरा करने उसके बच्चे का अपहरण करने का प्लान बनाई थी. ताकि मेरे घर में भी बच्चे की किलकारी गुंज सके."