छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

Kawardha Assembly constituency कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के वोटर्स की क्या है राय, जानिए - पंडरिया विधानसभा क्षेत्र

Kawardha Assembly constituency कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है. जनता को पांच साल बाद सरकार चुनने का मौका मिला है. वोटर्स किन मुद्दे को लेकर मतदान करने जाएंगे. इसे जानने ईटीवी भारत ने वोटर्स से बातचीत की और उनकी राय जानी है. आइये जानते हैं जिले के वोटर्स नेताओं से क्या चाहते हैं. Chhattisgarh Election 2023

Kawardha Assembly constituency
कवर्धा विधानसभा क्षेत्र

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 2, 2023, 2:06 PM IST

कवर्धा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पहले चरण का मतदान 07 नवंबर होने जा रहा है. जिसमें बस्तर संभाग और दुर्ग संभाग के नक्सल प्रभावित 20 सीटों पर मतदान होगा. इनमें कवर्धा विधानसभा क्षेत्रों भी शामिल है. कवर्धा विधानसभा सीट में 16 प्रत्याशी चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. ईटीवी भारत ने वोटर्स से बातचीत कर नेताओं से उनकी क्या अपोक्षा है यह जानने की कोशिश की है.

विकास और रोजगार चाहते हैं युवा:ईटीवी भारत ने जब युवाओं से बातचीत किया, तो एक युवक का कहा, "सिर्फ बेरोजगारी भत्ता से काम नहीं चलेगा. सरकार को पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार देना चाहिए. ताकि वे अपने पैरों पर खड़ा हो सकें." युवा चाहते है कि क्षेत्र का विकास और समाज का विकास हो. गांव से लेकर शहर तक सड़क बिजली पानी का व्यवस्था हो. जिससे आम जनता को सुविधा मिल सके. अधिकतर युवाओं ने विकास और रोजगार की बात कर रहे हैं.

कर्ज माफी और धान खरीदी से किसान प्रभावित: कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के किसान पिछली बार की तरह ही किसानों की कर्जा माफी से प्रभावित नजर आ रहे हैं. साथ ही 20 क्विंटल धान की खरीदी हो, ऐसा चाहते हैं. किसानों की मानें, तो पिछली सरकार में कर्जा माफ और धान का समर्थन मूल्य बढ़ने से किसान मजबूत हुआ है. कर्ज में डूबा किसान आज उन्नति कर रहा है. इसलिए वो भूपेश सरकार के काम से खुश नजर आ रहे हैं.

PM Modi Chhattisgarh Visit पीएम मोदी आज छत्तीसगढ़ दौरे पर, कांकेर में चुनावी रैली को करेंगे संबोधित
"छत्तीसगढ़ियों के मन की बात" नाम से जारी हो सकता है बीजेपी का घोषणा पत्र, पार्टी कर सकती है ये घोषणाएं !
पीएम मोदी नहीं चाहते सत्ता गरीबों के हाथ में आए, बीजेपी दलित और आदिवासी विरोधी : मल्लिकार्जुन खड़गे

छोटे व्यापारी चाहती है शांति व्यवस्था हो कायम: कवर्धा में पिछले दिनों हुए संप्रदायिक दंगा से लोग खास कर छोटे व्यापारी बहुत प्रभावित हुए. राजनीतिक रोटी सेंकने मामुली विवाद को संप्रदायिक माहौल बनाने का प्रयास किया गया. जिससे कवर्धा में कर्फ्यू का माहौल बन गया था. इससे छोटे व्यापारी और रोजमर्रा की जीवन जीने वाले लोगों को बहुत तकलीफ़ झेलना पड़ा था. तो इस बार व्यापारी चाहते हैं कि जो भी सरकार बने, कवर्धा और छत्तीसगढ़ में अमन, चैन, शांति व्यवस्था बनी रहे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details