कवर्धा:मरवाही विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. मरवाही उपचुनाव के मतदान से एक दिन पहले जेसीसी (जे) को बड़ा झटका लगा है. जिला अध्यक्ष आनंद सिंह ने सोमवार को अपने अध्यक्ष पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. आनंद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है.
आनंद सिंह कवर्धा जिले के युवा और सक्रिय नेता है और स्वर्गीय अजित जोगी और अमित जोगी की नजदीकी नेता थे. इसके साथ ही जोगी परिवार के सबसे खास लोरमी विधायक धरमजीत सिंह के भतीजे हैं. आनंद सिंह ने बताया कि पार्टी में अंतर्कलह और मरवाही उप चुनाव में पार्टी के बड़े नेताओं के रवैये के चलते उन्होंने ये फैसला लिया है. आनंद ने बाताया कि उन्होंने अमित जोगी को वाट्सएप के मध्यम से अपना इस्तीफा भेजा है. उन्होंने बताया कि वे अभी किसी भी पार्टी को ज्वाइन नहीं कर रहे हैं, आगे स्थिति और परिस्थिति को देखकर फैसला लेंगे.
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बता दें कि इससे पहले JCCJ विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने जेसीसी (जे) का साथ छोड़ कांग्रेस को कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है. देवव्रत सिंह ने कहा कि 'मैंने कांग्रेस को समर्थन दिया है और मैं यह स्पष्ट कर दे रहा हूं कि कम से कम तीन विधायक जब तक न हो जाएं तबतक हम कांग्रेस में नहीं जाएंगे. तीसरा विधायक जब आएगा, तब हम कांग्रेस प्रवेश करेंगे. देवव्रत ने यह भी कहा कि कांग्रेस जब हमें लेगी तभी हम जाएंगे.देवव्रत सिंह ने जेसीसीजे को वर्तमान में बीजेपी को समर्थन देने पर दुःख जताया.
3 नवंबर को होना है मतदान
मरवाही उपचुनाव में वर्तमान में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. जिस तरह से दोनों पार्टियों के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं, उससे ये साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों पार्टियों ने चुनाव जीतने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. बता दें कि मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से डॉ. केके ध्रुव मैदान में हैं. तो दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से डॉ. गंभीर सिंह मैदान में हैं. आगामी 3 नवंबर को दोनों प्रत्याशियों की किस्मत लॉक हो जाएगी. अब देखना होगा की मरवाही की जनता किस पर मुहर लगाती है.