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कवर्धा: ग्रामीणों की मांग पर गांव में पक्के नाले का निर्माण - MGNREGA

कवर्धा के बानो गांव में बरसात के मौसम में में नाले का पानी घरों में भर जाता था. ग्रामीण परेशान थे. ग्रामीणों की शिकायत पर नाले की मरम्मत कराई गई है.

drainage system constructed in kawardha
गांव में बना पक्का नाला

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Published : Aug 13, 2020, 7:28 PM IST

कवर्धा:सहसपुर-लोहारा ब्लाक के बानो गांव के लोगों की बरसों पुरानी मांग को सरकार ने पूरा कर दिया है. बारिश के मौसम में ग्राम पंचायत बानो के नाले में बाढ़ आने से 40 से 50 घरों में पानी भर जाता था. ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने संज्ञान लिया और ग्रामीणों को इस समस्या से निजात दिलाया है.

गांव में बना पक्का नाला

बरसात के मौसम में ग्रामीणों को बाढ़ की चिंता सताने लगती थी. नाले में बाढ़ आने से गांव के लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता था. ग्रामीणों ने कवर्धा विधायक और वन मंत्री मोहम्मद अकबर को अपनी इस समस्या से अवगत कराया था.

बाढ़ की समस्या से निजात

ग्रामीणों की समस्या को मंत्री मोहम्मद अकबर ने संज्ञान में लिया. उन्होंने जिला पंचायत सीईओ से बात कर तत्काल महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के तहत ग्रामीणों की समस्या दूर करने के निर्देश दिए. अकबर के निर्देश पर नाले की मरम्मत कर उसे पक्का कर दिया गया है. अब बाढ़ की समस्या का समाधान हो गया है.

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गांव के बाहर कच्ची नाली

जिला पंचायत के सीईओ विजय दयाराम ने बताया कि गांव में बरसात का पानी नाले में भरने का मुख्य कारण खार के जंगल से बहता पानी है. बाबा घोरी पहाड़ से बरसात का पानी बहकर सीधे गांव में पहुंचता था. गांव के सूखे नाले का अतिरिक्त पानी भी यहां जमा हो जाता था. नाले में बाढ़ की स्थिति बन जाती थी. ग्रामीणों की शिकायत के बाद नाले के पानी को गांव के बाहर निकालने के लिए नाले को पक्का किया गया है. गांव के बाहर कच्ची नाली का भी निर्माण किया गया है. इस पूरी कवायद से अब बरसात में नाले का पानी गांव में नहीं भर रहा है.

मजदूरों को मिला रोजगार

SDM ने बताया कि रोजगार गारंटी योजना की मदद से 267 मीटर लंबा पक्का नाला बनाया है. इसकी लागत 12.22 लाख रुपए है. इसमें 2.14 लाख रुपए मजदूरी दी गई है. 10.28 लाख रुपये की सामग्री लगी है. इस कार्य के तहत मजदूरों को 6 हफ्तों का रोजगार मिला.

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