कवर्धा: छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले चिल्फी घाटी में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है. इस क्षेत्र में हर साल कराड़े की ठंड पड़ती है. हालांकि ठंड के शुरूआती मौसम में चिल्फी घाटी के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है. इसके साथ ही सुबह-सुबह ओस की बूंदें घास और पेड़े-पौधों की पत्तियों में जमने लगी है. जो मोतियों की तरह चमकती है.
चिल्फी घाटी में ठंड ने दी दस्तक कवर्धा जिले के चिल्फी घाटी और दूसरे वनांचल क्षेत्रों मे लगातार तापमान में गिरावट हो रही है. जिससे ठंड बढ़ने लगी है. अभी ठंड ने पूरी तरह से अपना यहां असर नहीं दिखाया है. लेकिन मिनी शिमला के नाम से मशहूर कवर्धा ठंड पड़ने लगी है, हालात ये हैं कि यहां के लोगों ने गर्म कपड़े और अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है.
तामपान 10 डिग्री सेल्सियस गिरा
बात करें यहां के तापमान की तो अन्य जगहों की अपेक्षा चिल्फी घाटी के तापमान में हमेशा गिरावट रहती है. फिलहाल यहां का औसत तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस गिर चुका है. ठंड के कारण पूरी घाटी कोहरे से ढक जाती है. मानों कि बादलों ने पहाड़ों को अपनी आगोश में ले लिया हो. कोहरे के हटते ही सुंदर घाटी दिखने लगती है. वहीं शाम होते ही गुलाबी ठंड सिहरन पैदा करती है. चिल्फी घाटी हमेशा से स्थानीय लोगों के साथ ही साथ बाहरी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनी रही है. यहां पारा जैसे-जैसे गिरेगा, ठंड वैसे-वैसे बढ़ती जाएगी. यदि आप चिल्फी घाटी की सुंदरता और प्राकृतिक खूबसूरती को निहारना चाहते हैं तो चिल्फी घाटी की सुबह आपके लिए बेहद खास होगी.