जशपुर: स्वास्थ्य विभाग में बिना टेंडर के स्वास्थ्य सामग्री खरीदने के मामले में जांच टीम गठित कर दी गई है. जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे (Jashpur Collector Mahadev Kavre) ने तीन सदस्यों की टीम गठित की है. टीम को एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी. कलेक्टर ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी.
विभाग के लिपि ने की थी शिकायत
कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के लिपिक संदीप दास ने शिकायत की थी. लिपिक ने कहा था कि 2 साल पहेल स्वास्थ्य विभाग में ऑपरेशन में काम आने वाले सामान और कार्यालय में उपयोग होने वाले कागज की भारी मात्रा में खरीदी की गई थी. शिकायत में बताया गया है कि मुख्य लिपिक संदीप दास ने 1 अप्रैल 2021 को मुख्य लिपिक के पद पर स्वास्थ्य विभाग में पदभार ग्रहण किया था. इसके कुछ दिन बाद ही जुलाई 2019 से लेकर अप्रैल 2021 तक के 109 भुगतान के बिल उनके सामने प्रस्तुत किए गए थे. शिकायत में बताया गया है कि इन बिलों में तकनीकी गड़बड़ी थी जो कि 1 करोड़ 36 हजार 974 रुपए का भुगतान करना था. लेकिन इस खरीदी के लिए किसी भी तरह की निविदा आमंत्रित नहीं की गई थी.
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जांच टीम में इन्हें मिली जिम्मेदारी
कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि जिला अस्पताल जशपुर में पिछले 2 साल में खरीदे गए नियमों के पालन न करते हुए विभिन्न सामग्रियों के क्रय करने की शिकायत पर जांच समिति गठित कर दी है. जिसमें जांच अधिकारी जिला पंचायत सीईओ केएस मंडावी के साथ जिला कोषालय अधिकारी और जिला पंचायत जशपुर के लेखाधिकारी को बनाया गया है. कलेक्टर ने जांच समिति को निर्देश दिए हैं कि जिला अस्पताल में पिछले 2 साल में खरीदे गए विभिन्न सामग्रियों का भंडार क्रय नियम के तहत जांच कर 1 सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिए हैं.
जशपुर स्वास्थ्य विभाग में हुई गड़बड़ी की जांच करने जांच टीम गठित